Mukhtar Ansari Death : पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत, अपराध के एक युग का हुआ अंत

Mukhtar Ansari Death

Mukhtar Ansari Death : पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत, अपराध के एक युग का हुआ अंत

Published By Roshan Lal Saini

Mukhtar Ansari Death : गुरूवार की देर रात पूर्वांचल के कुख्यात माफिया डॉन बाहुबली मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद सजा काट रहे थे। मुख्तार की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के साथ ही पूर्वांचल में अपराध के एक युग का अंत भी हुआ है।

पूर्वांचल के दो सबसे बड़े बाहुबली अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी का एक साल के भीतर मारे गए। करीब एक साल पहले पत्रकार बनकर आये बदमाशों ने अतीक अहमद को पुलिस की मौजूदगी में पेशी पर जाते वक्त गोलियों से भून दिया था। वहीं मुख्तार अंसारी के परिजनों का आरोप है कि उन्हें जेल में धीमा जहर देकर मारा गया है।

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अतीक और मुख्तार पूर्वांचल के दो ऐसे नाम से जो दशकों से राजनीतिक संरक्षण में कई काले कारनामों को अंजाम देते रहे। दोनों के खिलाफ कई गंभीर मामले चल रहे थे। दोनों बाहुबलियों ने पूर्वांचल में गाजीपुर से प्रयागराज तक अपना दबदबा चलाया। उन पर हत्या, जमीन हथियाना, सुपारी लेकर हत्या करना, अपहरण और वसूली जैसे गंभीर अपराधों के आरोप थे। उनके गुर्गे इन सब गलत कामों को अंजाम देते थे। दोनों का रौब ऐसा था जैसे ये कोई असली नहीं बल्कि वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ या फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ की कहानी हो। Mukhtar Ansari Death

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माफिया डॉन अतीक अहमद और बाहुबली माफिया डॉन मुख्तार अंसारी दोनों का पूर्वांचल के कई जनपदों में आपराधिक इतिहास रहा है। अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जितने बड़े अपराधी थे। उतना ही उनका साम्राज्य था। ख़ास बात ये है कि दोनों माफिया डॉन का कद बढ़ाने के पीछे राजनीतिक पार्टियों का भी हाथ रहा। सपा और बसपा दोनों पार्टियों ने अतीक और अंसारी का इस्तेमाल चुनाव जीतने के लिए किया। पूर्वांचल ऐसे माफियाओं और संगठित अपराध के लिए बदनाम हो गया था। मुख्तार अंसारी 1995 से 2022 तक लगातार पांच बार मऊ से विधायक रहे। बिना किसी सजा के वो लगभग 27 साल विधायक रहे। हालांकि 2014 के बाद, खासकर 2017 में केंद्र और फिर राज्य में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से सब बदल गया। सीएम योगी खुद भी पूर्वांचल के गोरखपुर से ही आते हैं, ऐसे में उनका फोकस पूर्वाचंल की छवि बदलने पर रहा। Mukhtar Ansari Death

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2017 में योगी सरकार बनने के बाद प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर कार्यवाई होने लगी। अतीक और मुख्तार दोनों की अवैध संपत्तियों को या तो जब्त कर लिया गया या फिर बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया। इसी तरह से उत्तर प्रदेश में ‘बाबा का बुलडोजर’ मॉडल फेमस हुआ। योगी सरकार ने अतीक और मुख्तार के लंबे समय से पेंडिग मामलों को अदालत में तेजी से आगे बढ़ाया, जिससे उन्हें आखिरकार सजा मिली। उनकी आर्थिक और कानूनी सुरक्षा दोनों खत्म हो गई। योगी के शासन में ही अतीक और अंसारी को पहली बार सजा सुनाई गई। Mukhtar Ansari Death

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मुख्तार अंसारी के खिलाफ 66 मुकदमे दर्ज हैं। जबकि अभी तक वो किसी मामले में सजा याफ्ता नहीं था। 2017 के बाद से मुख्तार अंसारी को आठ बार सजा सुनाई जा चुकी है। पिछले साल मई में 32 साल पुराने अवधेश राय मर्डर केस में अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इस मामले में गवाही प्रभावित करने या कोर्ट की कार्यवाही में रूकावट डालने की उसकी चालों का अंत हो गया। राय हत्याकांड में 32 साल बाद उसे सजा मिली। Mukhtar Ansari Death

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वाराणसी के थाना भेलूपुर में 1997 दर्ज एक मुकदमे में 24 साल बाद मुख्तार अंसारी के खिलाफ आरोप तय किए गए। वहीं 2022 में आगरा के जगदीशपुर थाने में 1999 में दर्ज दूसरे मामले में भी 23 साल बाद आरोप तय किये गए। इसके आलावा राजधानी लखनऊ के थाना आलमबाग में साल 2000 में मुख्तार के खिलाफ दर्ज एक मामले में भी 21 साल बाद 2021 में आरोप तय हुए। ये सभी आरोप 2017 में भाजपा की योगी सरकार बनने के बाद तय किये गए। जिससे इस बात का पता चलता है कि पहले की सरकारों में पुलिस और न्यायिक व्यवस्था पर मुख्तार अंसारी का प्रभाव रहता था। Mukhtar Ansari Death

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गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी के एक खास गुर्गे और शूटर मुन्ना बजरंगी को भी 2018 में बागपत जेल में ही मार दिया गया था। अतीक अहमद के खिलाफ भी 2017 से ही लगातार पुलिस कार्रवाई होती रही, पिछले साल उन्हें उनके भाई के साथ गोली मार दी गई थी। अतीक अहमद की मौत से कुछ दिन पहले ही उसके बेटे असद अहमद की भी पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई। पुलिस ने अतीक की 1400 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त कर लिया और करीब 50 बेनामी कंपनियों को सील कर दिया गया। जिनका इस्तेमाल अतीक वसूली से कमाए काले धन को सफेद करने के लिए करता था। Mukhtar Ansari Death

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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा था कि “हम माफिया को मिट्टी में मिला देंगे” ऐसा ही कुछ माफिया डॉन अतीक अहमद और माफिया डॉन बाहुबली मुख्तार अंसारी के साथ हुआ है। जबकि दोनों माफियाओं की मौत विवादों में घिरी हुई है। मुख्तार के परिवार का हाल ही में ये आरोप था कि जेल में उन्हें धीरे-धीरे जहर दिया जा रहा है। उनकी मौत के बाद अब इन आरोपों की गहन जांच हो सकती है। लेकिन, बड़ी बात ये है कि पूर्वांचल अब अपने दो सबसे बड़े माफियाओं से मुक्त हो गया है और इसी के साथ बाहुबली और गुंडे से नेता बनने वालों का दौर भी खत्म हो गया है। Mukhtar Ansari Death

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