देवबंद : इन दिनों फतवो की नगरी एवं विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संसथान दारुल उलूम से संबधीर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियों में में दावा किया जा रहा है कि दारुल उलूम में तलबा के लिए आने वाले गेहूं को बाजार में बेचकर करोड़ों रुपये डकारे जा रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद दारुल उलूम प्रबंधन हरकत में आया है। प्रबंधन ने जहां इसे एक साजिश करार दिया है बल्कि वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ कार्यवाई करने मांग की है।
आपको बता दें कि आनाज से भरे वाहनों की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इस वीडियो को दारुल उलूम देवबंद से जोड़ा जा रहा है। वीडियो वायरल कर दावा किया गया है कि मदरसे में आने वाले गेंहूं को बाजार में बेचकर घोटाला किया जा रहा है। वीडियो वायरल हुआ तो दारुल उलूम प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है। जिसके चलते दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ़्ती अबुल कासिम नोमानी ने न सिर्फ वीडियो को गलत करार दिया है बल्कि संस्था की छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
दरसअल वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि दारुल उलूम में आने वाला अनाज बाजार में अच्छे दामों पर बेचा जा रहा है। इससे सालाना बजट में खर्च होने वाली 13 करोड़ रुपये की बड़ी रकम बच गई है। साथ ही दावा किया गया है कि संस्था को सब्सिडी के तौर पर मिली 6.5 करोड़ रुपये की रकम सरकार को वापस करनी पड़ी है। Darul Ulum