सहारनपुर : वेटलिफ्टर अभिनव का लक्ष्य 2025 में होने वाले वर्ल्ड गेम्स और एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करना है। वे 72.5 किलोग्राम वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने और पिछली बार से अधिक वजन उठाकर भारत का झंडा फहराने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। इसके लिए वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
यह कहानी सहारनपुर के अभिनव सवई नामक एक पावरलिफ्टर की है, जिसने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ सफलता हासिल की। अभिनव ने कॉलेज के दिनों में पावरलिफ्टिंग में रुचि दिखाई और धीरे-धीरे इसकी तैयारी शुरू की। उन्होंने जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा की, लेकिन उन्हें केवल रजत और कांस्य पदक ही मिले। ताजिकिस्तान में आयोजित पावरलिफ्टिंग विश्व कप में, अभिनव ने पाकिस्तान को हराकर दो रजत पदक जीते। अमेरिका में आयोजित विश्व पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में, उन्होंने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया दोनों को हराकर स्वर्ण पदक जीते। अभिनव की इन उपलब्धियों से जहां जिले का नाम रोशन हुआ है वहीं पूरा देश अभिनव पर गर्व कर रहा है।
अभिनव का लक्ष्य 2025 में होने वाले वर्ल्ड गेम्स और एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करना है। वे 72.5 किलोग्राम वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने और पिछली बार से अधिक वजन उठाकर भारत का झंडा फहराने का संकल्प ले चुके हैं। नवंबर 2025 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाले वेटलिफ्टिंग और पावरलिफ्टिंग वर्ल्ड गेम्स में भाग लेना उनका लक्ष्य है। वर्ल्ड गेम्स के तीन महीने बाद चीन में होने वाले एशियाई खेलों में भी वे भाग लेना चाहते हैं। वे 72.5 किलोग्राम वर्ग में प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं, जबकि उन्होंने पिछले खेलों में 82.5 किलोग्राम वर्ग में भाग लिया था।
उनका मुख्य उद्देश्य पिछली बार से अधिक वजन उठाकर जीत हासिल करना और भारत का ध्वज फहराना है। अभिनव का यह लक्ष्य उनकी दृढ़ता और समर्पण को दर्शाता है। वे अपने देश के लिए गौरव लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। अभिनव ने 2011 में कॉलेज के समय से ही पावरलिफ्टिंग शुरू कर दी थी। अभिनव ने बताया कि उन्होंने कॉलेज टाइम से पावरलिफ्टिंग देखकर खेलना शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने इसकी तैयारी शुरू की, जिला स्तर से लेकर राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर तक उन्हें सिर्फ रजत और कांस्य पदक ही मिले।
ताजिकिस्तान में आयोजित पावरलिफ्टिंग विश्व कप में अभिनव ने पाकिस्तान को हराकर दो रजत पदक जीते, लेकिन स्वर्ण का सपना अभी भी अधूरा रह गया। दिन-रात मेहनत कर उसने अमेरिका में आयोजित विश्व पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में अमेरिका को हराकर स्वर्ण पदक जीता, वहीं ऑस्ट्रेलिया को भी हराकर स्वर्ण पदक जीता। स्वर्ण जीतने के बाद अभिनव की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उसने नाच-गाकर अपनी खुशी का इजहार किया। अभिनव के परिवार ने अभिनव की उपलब्धि को सपना माना अभिनव की मां सरिता देवी ने लोकल 18 को बताया कि अभिनव ने 2011 में कॉलेज टाइम से ही पावरलिफ्टिंग शुरू कर दी थी।