मेरठ : आय से अधिक संपत्ति मामले में उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की तीन टीमों ने बुधवार को रिटायर्ड दरोगा महेंद्र सिंह सैनी के आवास और स्कूल समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की। विजिलेंस टीम ने रिटायर्ड दरोगा के जागृति विहार स्थित न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल, कीर्ति पैलेस स्थित ए-63, ए-03 आवासों की जांच की है। टीम ने दरोगा से पूछताछ भी की है। विजिलेंस की जांच में दरोगा के पास 11.5 करोड़ का स्कूल, 3 करोड़ के दो मकान और 10 बैंक खाते मिले हैं।

विजिलेंस एसपी इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि विजिलेंस की 22 सदस्यीय तीन टीमों ने 7 घंटे तक जांच की। इस दौरान 11.5 करोड़ का स्कूल और 3 करोड़ के दो मकान मिले हैं। इसके अलावा अलग-अलग बैंकों के 10 खाते, 30 जगहों पर जमीन, प्लॉट के दस्तावेज बरामद हुए हैं। इतना ही नहीं रिटायर्ड दरोगा के घर से करोड़ों के जेवरात भी बरामद हुए हैं। इनकी सूची बनाकर टीम ने सारा सामान और दस्तावेज जब्त कर लिए हैं।
सरकारी सेवा में अवैध कमाई का मलाई: विजिलेंस एसपी इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि पिछले साल शिकायत मिली थी कि रिटायर्ड इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह सैनी ने सरकारी सेवा में रहते हुए अवैध तरीके से धन अर्जित कर करोड़ों रुपये की संपत्ति खरीदी है। इस मामले में इंस्पेक्टर के खिलाफ 2024 में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया गया था। इस संबंध में जांच रिपोर्ट भी शासन को भेजी गई थी। महेंद्र सिंह सैनी के ठिकानों पर छापेमारी के लिए कोर्ट से सर्च वारंट लिया गया था। इसके बाद टीम उनके आवास पर पहुंची। दोनों दो मंजिला मकानों की गहनता से जांच की गई है।
उन्होंने बताया कि विजिलेंस जांच में पता चला कि रिटारर्ड दरोगा महेंद्र सिंह सैनी की पत्नी शकुंतला न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल की सोसायटी की अध्यक्ष हैं। बेटा अनुराग सैनी महासचिव है। बरामद साक्ष्यों को जांच में शामिल किया जा रहा है। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसपी इंदु का कहना है कि केस दर्ज होने के बाद महेंद्र सिंह सैनी को जांच में सहयोग करने के लिए कई बार नोटिस देकर कार्यालय बुलाया गया, लेकिन उन्होंने सभी नोटिसों को नजरअंदाज कर दिया। उनसे कई बार फोन पर बात करने का प्रयास भी किया गया, लेकिन महेंद्र सिंह सैनी ने कॉल रिसीव नहीं की।

विजिलेंस टीम ने आभूषणों और जमीन के कागजात जब्त कर लिए हैं। आभूषणों का मूल्यांकन कराने के लिए सराफा व्यापारी को गुरुवार को बुलाया गया है। उन्होंने जो जमीनें और प्लॉट खरीदे हैं, उनकी जानकारी भी रजिस्ट्री कार्यालय से निकलवाई जाएगी। एसपी इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि आरोपी और उसके परिवार के पास दोनों घरों में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कीमती सामान, करोड़ों रुपये के आभूषण और अन्य सामान की सूची तैयार की गई है। इनके अलावा आवास परिसर के बाहर मिले वाहन, स्विफ्ट डिजायर कार, तीन स्कूटर, स्कूल में लगे उपकरण, फर्नीचर और वहां खड़े वाहनों की भी जांच की जा रही है।
विजिलेंस की छापेमारी के बाद पता चला कि रिटायर्ड दरोगा महेंद्र सिंह सैनी ने यूपी पुलिस में नौकरी करते हुए वैध स्रोतों से कुल 58,04,666 कमाए। इस दौरान उन्होंने 1,43,84,668 रुपये खर्च भी किए, जो उनकी आय से 85,79,802 अधिक थे. यानी दरोगा ने अपनी कमाई से 147 फीसदी अधिक खर्च किए. विजिलेंस की मेरठ सेक्टर इंस्पेक्टर मंजू गुप्ता की जांच के बाद दरोगा को दोषी पाया गया है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 13(1), 1988 13(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी महेंद्र सिंह के घर से इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, जेवर व अन्य सामान भी मिला है। घर पर एक कार, तीन स्कूटर भी मिले. न्यू दिल्ली पब्लिक स्कूल की कीमत हाल ही में 11.5 करोड़ आंकी गई थी।
टीम ने स्कूल में लगे सभी उपकरणों व फर्नीचर की सूची तैयार कर ली है. टीम को आरोपी महेंद्र के घर में खड़ी टाटा सफारी और ब्रेजा कार की भी जानकारी मिली है। एएसपी इंदु ने बताया कि छापेमारी के दौरान रिटायर्ड इंस्पेक्टर के पास 14.5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त संपत्ति मिली है। विजिलेंस टीम ने महेंद्र सिंह सैनी को पूरी संपत्ति के बारे में अपना पक्ष रखने के आदेश दिए हैं। इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह सैनी ने 2012 में वीआरएस ले लिया था। उनके खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जो लखनऊ तक पहुंची थीं।
यह शिकायत आय से अधिक संपत्ति के मामले की थी। उन शिकायतों के आधार पर महेंद्र सिंह के यहां छापेमारी की गई है। यूपी पुलिस में नौकरी के दौरान महेंद्र सिंह सहारनपुर, आगरा, बदायूं, अलीगढ़ समेत कई जिलों में तैनात रहे हैं।2024 में उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज हुआ था। अब कोर्ट के सर्च वारंट से यह सर्च ऑपरेशन किया गया। इंस्पेक्टर पिछले एक साल से जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। Vigilance Raid