मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि सरकार ने आज संसद में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक पेश किया है। सरकार अपनी शक्ति के आधार पर इस विधेयक को पारित कराने का प्रयास करेगी। यह बहुसंख्यकवादी दृष्टिकोण है। यह असंवैधानिक और मुसलमानों पर जबरदस्ती थोपा जा रहा है। वक्फ बोर्ड विधेयक से संबंधित संशोधन संसद में पेश किया गया है। इसे जिस तरह से पेश किया गया है वह असंवैधानिक है, यह अधिकारों को हड़पने का प्रयास है। यह विधेयक पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
हम यह नहीं कहना चाहते कि इसे खारिज किया जाना चाहिए लेकिन हमें यह कहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है कि हम इसे पूरी ताकत से खारिज करते हैं। इसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जिस तरह से उन्होंने इसे बनाया है और जिस रवैये और इरादे से वे इसे पेश कर रहे हैं, वह मुसलमानों के खिलाफ ही मुसलमानों का मामला है। हम पहले से ही कह रहे हैं कि मौजूदा कानून, पुराने कानून में भी सुधार की जरूरत थी लेकिन इसे सुधारने के बजाय इसे खराब किया जा रहा है। इसलिए हम इस विधेयक को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करते हैं।