लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर पहले से ही तैयारियों में जुट गए हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव को किसी भी हाल में जीतना चाहते हैं। यही वजह है कि सीएम योगी ने यूपी के 75 जिलों के जिला प्रभारियों में फेर बदल किया है। ख़ास बात ये है कि इस बार सीएम योगी ने अपनी सरकार के सभी मंत्रियों को अलग अलग जनपदों की जिम्मेदारियां दी हैं। ख़ास बात ये है उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जपनद कौशांबी और दूसरे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है।
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आपको बता दें कि योगी सरकार के सभी मंत्रियों को पत्रों के माध्यम से परिवर्तनों के बारे में सूचित किया गया है। लोगों के बीच सरकार की उपस्थिति बनाए रखने के लिए अपने संबंधित जिलों में रात बिताने का निर्देश दिया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि कुछ महीने पहले बगावत के संकेत देने वाले दूसरे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को उनके गृह जिले कौशांबी में नियुक्त किया गया है।
यह निर्णय 2024 के लोकसभा चुनावों में हार के बाद संगठन में सुधार के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पहल के एक हिस्से के रूप में आया है, जहां वह 2019 में 62 से कम होकर केवल 33 सीटें जीत सकी। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को अयोध्या और आज़मगढ़ जिलों की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है, दोनों क्षेत्रों में भाजपा हार गई थी और उन्हें संत कबीर नगर में नियुक्त किया गया था। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना सीएम आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के साथ-साथ अंबेडकर नगर की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी संभालते रहेंगे, जहां भी बीजेपी हार गई थी।
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महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य अब झांसी और कानपुर देहात की बजाय बुलंदशहर-शामली की निगरानी करेंगी। गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी अब अलीगढ़-इटावा के बजाय मेरठ-बागपत के प्रभारी होंगे। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह अब प्रयागराज-बांदा की जगह वाराणसी और अमेठी की कमान संभालेंगे। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को वाराणसी और बरेली की जगह प्रयागराज और रायबरेली का प्रभार दिया गया है। पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह अब मेरठ-संभल की बजाय लखीमपुर खीरी-श्रावस्ती जिलों की निगरानी करेंगे। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को कानपुर नगर के बजाय चंदौली का कार्यभार सौंपा गया है, जबकि मीरजापुर उनके दायरे में रहेगा।
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श्रम मंत्री अनिल राजभर गोंडा-मऊ की बजाय आजमगढ़-कुशीनगर में पार्टी को मजबूत करने पर काम करेंगे। एमएसएमई मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को आगरा और सिद्धार्थनगर की जगह बस्ती और महाराजगंज की जिम्मेदारी दी गई है। उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय अब सहारनपुर-फर्रुखाबाद की बजाय झाँसी-कासगंज की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल अब बहराइच-औरैया के बजाय फर्रुखाबाद-कन्नौज के प्रभारी होंगे।
NISHAD पार्टी के प्रमुख संजय निषाद को बहराइच और औरैया के बजाय कौशांबी और सिद्धार्थनगर जिलों को संभालने का काम सौंपा गया है। एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को देवरिया और भदोही जिले सौंपे गए हैं। कारागार विभाग के मंत्री दारा सिंह चौहान को फ़तेहपुर और बलिया का प्रभार दिया गया है। सुनील कुमार शर्मा को अलीगढ़ और फिरोजाबाद सौंपा गया है, जबकि अनिल कुमार को अमरोहा-चित्रकूट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व सीएम कल्याण सिंह के पोते और बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह अब मथुरा-कासगंज की जगह औरैया-मैनपुरी देखेंगे।
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