दिल्ली : देश के बड़े व्यापारी और राजनीतिक मौसम विज्ञानी का सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बेटे की शादी का न्यौता देने उनके घर आना, राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का पिछले दो-तीन दिनों से एकाएक सक्रिय होना, राजस्थान सरकार के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का अपने पद से इस्तीफा देना।
उधर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपनी पसंद का मुख्य सचिव बनाया जाना, 10 विधानसभा उप चुनाव के लिए अपने डेढ़ दर्जन मंत्रियों को प्रभारी बनाकर टिकट बांटने की तैयारी करना आदि जताता है कि माहौल में बदलाव दिखाई पड़ने लगे हैं।
मीडिया संस्थानों का एनडीए शासित राज्य बिहार में गिरते पुलों की विशेष कवरेज़ करना, चुनाव के दौरान रायबरेली में एक मीडिया संस्थान के आधा दर्जन से अधिक लोगों का प्रियंका गांधी का इंटरव्यू करना और तस्वीरें खिंचवाने के लिए याचना करना आदि तमाम कारण एक ही संकेत दे रहे हैं कि आज की सरकार मोदी जी की गारंटी की नहीं बल्कि एनडीए की कमज़ोर बैसाखियों पर खड़ी सरकार है।
ख़ैर हमारे जैसे छोटे पत्रकार आज भी मुख्य सत्ताधारी दल भाजपा से खुलकर सवाल पूछ रहे हैं और जब कभी सरकार बदलेगी तो उस समय की सरकार के मुख्य सत्ताधारी दल से भी कड़वे सवाल पूछेगें। जैसी डिबेट अभी कर रहे हैं तब भी करेंगे। बस आप मेन स्ट्रीम मीडिया पर नजरे बनाए रखिए।