जम्मू-कश्मीर : हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की बरसी के मौके पर सुरक्षाबलों पर हमले की आशंका पहले से ही थी। पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा एजेंसियों को लगातार इस तरह के इनपुट मिल रहे थे। इसी वजह से कठुआ जिले में भी हाई अलर्ट था। सभी एजेंसियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए थे।
लेकिन दुर्भाग्यवश, आतंकियों ने अपनी योजना को अंजाम दे दिया। 8 जुलाई, 2024 को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के थाती डागर में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए।
शहीद जवानों में राइफलमैन आदर्श नेगी (कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर), नायब सूबेदार आनंद सिंह (रुद्रप्रयाग), हवलदार कमल सिंह (लैंसडौन), नायक विनोद सिंह (टिहरी गढ़वाल) और राइफलमैन अनुज नेगी (रिखणीखाल) शामिल थे।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 9 जुलाई, 2024 को हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए। इनमें से 5 जवान उत्तराखंड के रहने वाले थे। इस खबर के बाद से पूरे उत्तराखंड में शोक का माहौल है। शहीद जवानों के परिजन सदमे में हैं और उनके गांवों में मातम पसर गया है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, शहीदों के परिजनों को दी सहायता की राशि
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद जवानों की शहादत पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने शहीद जवानों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि शहीद जवानों के परिजनों को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
यह घटना पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। हम शहीद जवानों और उनके परिवारों के साथ हैं।