
अबू धाबी में फैज और नाजिया के चार महीने के बच्चे को 6 दिसंबर 2022 को वैक्सीन दी गई थी, जिसके कुछ घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। घटना के 54 दिन बाद फैज और नाजिया ने 10 फरवरी 2023 को शहजादी पर अपने बच्चे की हत्या का आरोप लगाया। जिसके बाद वहां की पुलिस ने शहजादी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से शहजादी अलवतबा जेल में कैद थी। इस संबंध में मामला कोर्ट में भी गया और पहले वहां की निचली अदालत में सुनवाई हुई और फिर उसके बाद वहां के हाईकोर्ट में भी सुनवाई हुई और शहजादी को दोषी पाया गया। फिर वहां की कोर्ट ने शहजादी को फांसी की सजा सुनाई।
शहजादी के पिता ने बताया कि अबू धाबी की अलवतबा जेल में कैद बांदा की शहजादी खान ने 14 फरवरी 2025 की आधी रात को जेल से उन्हें फोन किया। उसने अपने पिता और मां से करीब 10 मिनट तक बात की। जिसमें शहजादी ने कहा कि अब कुछ नहीं किया जा सकता। उसे जेल के अलग कमरे में कैद कर दिया गया है। उसे कभी भी फांसी दी जा सकती है। इस दौरान उसने यह भी कहा कि उसके पिता शब्बीर खान को आगरा के रहने वाले उजैर के खिलाफ बांदा में दर्ज कराई गई एफआईआर वापस ले लेनी चाहिए। क्योंकि वह किसी से कोई दुश्मनी नहीं रखना चाहती। क्योंकि अब उसे कभी भी फांसी हो सकती है।
शहजादी खान को फांसी की सजा सुनाए जाने की जानकारी सोमवार को विदेश मंत्रालय ने शहजादी खान के पिता शब्बीर खान द्वारा दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई के दौरान दी थी। दरअसल, 26 मार्च 2024 को शहजादी खान के पिता शब्बीर खान ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि मुझे मेरी बेटी की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है कि वह जिंदा है या उसे फांसी पर लटका दिया गया है। इस संबंध में न तो अबू धाबी सरकार और न ही केंद्र सरकार कोई जानकारी दे रही है। जिसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले को लेकर विदेश मंत्रालय से 3 मार्च को जवाब मांगा था। विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट को क्या बताया: विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि शहजादी खान को 15 फरवरी की सुबह अलवतबा जेल में फांसी दी गई थी। उसका अंतिम संस्कार 5 मार्च को अबू धाबी में होना है। Shahzadi Khan hanged