लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुंभ मेले में 30 लोगों की मौत और 30 करोड़ की आय वाले बयान पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार, महंगाई और आत्महत्या के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रही है। प्रयागराज में उर्दू प्रोफेसर अली अहमद फातिमा के घर पर बुलडोजर चलाए जाने को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट समय-समय पर निर्देश देता रहा है, लेकिन सरकार अपनी मनमानी कर रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार दिलाने की बात कर रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि युवाओं को अपने निजी वाहनों को व्यवसायिक रूप से चलाकर रोजगार पाने की अनुमति किसने दी? क्या अब 144 साल बाद युवाओं को रोजगार मिलेगा? अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले उपचुनाव में लोगों को मतदान केंद्र तक नहीं पहुंचने दिया गया। मतदाता सूची सही होने के साथ ही सभी नागरिकों को बिना किसी बाधा के मतदान का अधिकार मिलना चाहिए। जेपी निक के निजीकरण के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन सरकार को इसे सही तरीके से संचालित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उम्मीद थी कि गेहूं का एमएसपी बढ़ेगा, लेकिन उनकी उम्मीद के मुताबिक एसपी नहीं बढ़ाई गई। गन्ने का समर्थन मूल्य भी नहीं बढ़ाया गया। सरकार किसानों की आय बढ़ाने की बात कर रही थी, लेकिन किसानों को लगातार परेशान और परेशान किया जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि होली और जुमा एक ही दिन आया हो। उन्होंने कहा कि कई मुसलमानों ने उनसे मिलकर होली की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने भाजपा पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि भविष्य में यह नफरत सभी वर्गों को निशाना बनाएगी।अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री तीस मार खा हैं। मैं तीस मार खा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि उन्हें 30 पसंद हैं। कुंभ में 30 में से कितनों ने मारा, 30 करोड़ का कितना कारोबार हुआ, कुल टैक्स 30×10 हजार करोड़ के बाद प्रदेश को कितनी कमाई होगी। तीस मार खां का हिसाब हमारे मुख्यमंत्री के अलावा कोई नहीं दे सकता।
अखिलेश यादव ने कहा कि कई परिवार आज भी अपनों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन सरकार ने उनकी सुध नहीं ली है। यह मामला किसी दिन जनता के सामने जरूर आएगा। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वह किसी और की कुर्सी खींचने की तैयारी कर रहे हैं, इसीलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण भारतीय निवेशक घाटे में जा रहे हैं, जबकि विदेशी निवेशक अपना पैसा निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 210 करोड़ पेड़ लगाने के दावे पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि एक लाख पेड़ लगाने के लिए 100 एकड़ जमीन की जरूरत होती है। ऐसे में 210 करोड़ पेड़ लगाने के लिए कितनी जमीन चाहिए? उन्होंने कहा कि सरकार झूठे दावे कर रही है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के हिंदी विरोधी बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सभी भारतीय भाषाओं के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि स्टालिन उसी भाषा में बोल रहे हैं जिसका वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने उर्दू को भारतीय भाषा बताकर उसके सम्मान की वकालत की। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर मठ जाने के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह पहले मुख्यमंत्री हैं जो अपने दौरे पर खुद ही गीत गा रहे हैं। वहीं चौरसिया समाज ने अपनी राजनीतिक सक्रियता के लिए आभार जताया और पान कारोबार पर विशेष चर्चा की। बैठक में समाज के लोगों ने पान कारोबार से जुड़ी सुविधाओं को बेहतर बनाने का संकल्प लिया। वहीं गोमती रिवर फ्रंट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की योजना के तहत वहां शिव दयाल सिंह की प्रतिमा लगाने की घोषणा की।
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