शामली : एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रही है वहीं डॉक्टरों के भेष में बैठे लूटेरे न सिर्फ गरीब असाहय मरीजों से खुलेआम इलाज के नाम पर वसूली कर रहे हैं बल्कि सरकार के दावों को पलीता लगा रहे हैं। ताज़ा मामला जनपद शामली के कस्बा कैराना स्तिथ सरकारी अस्पताल का है जहां गर्भवती महिला के ऑपरेशन करने के बाद सर्जन डॉक्टर ने महिला के परिजनों से 5 हजार की रिश्वत ली है। इतना ही नहीं डॉ साहब ने ऑपरेशन के लिए आये समान और स्टाफ के लिए भी पैसों की मांग की है। डॉक्टरों की इस अवैध वसूली से तंग युवक ने रिश्वतखोर डॉक्टर का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है। वीडियो में सर्जन डॉक्टर रिश्वतखोरी के रुपये लेते हुए दिखाई दें रहे है। मामले में चिकित्सा अधीक्षक ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
आपको बता दे कि शामली के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर की एक बार फिर रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। जहां सरकारी अस्पताल में मरीजो के परिजनों से जबरन वसूली की जा रही है। सोशल मीडिया पर एक मिनट 37 सेकेंड की एक वीडियो सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी है। वायरल वीडियो कैराना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां तैनात सर्जन डॉक्टर मनीष राठी एक युवक से 500-500 रुपये के नोट लेते हुए दिखाई दें रहे है। साथ ही अन्य दो कर्मचारियों को भी रुपये देने की बात भी कही जा रही है। सर्जन डॉ वायरल वीडियो में कह रहा है कि ऑपरेशन करने के लिए करीब 1600 रुपये का तो सामान ही आ गया। जबकि 1500 रूपये टेक्नीशियन को दिलवा रहे हैं।
मौहल्ला आलकला निवासी मोहम्मद शादाब ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी भाभी आलिया को प्रसव पीड़ा होने के बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया था। जिसके बाद वहां पर तैनात सर्जन डॉ मनीष राठी ने उसकी भाभी को ऑपरेशन से बच्चा होने की बात कहीं। सर्जन मनीष राठी ने उसकी भाभी का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन से उसने नवजात बच्चे को जन्म दिया।
ऑपरेशन करने के बाद सर्जन के द्वारा उनसे 10 हजार रुपये की मांग कर दी। लेकिन महिला के परिजनों ने पैसे देने में असर्थता जताई तो डॉक्टर साहब ने सरकारी सुविधाओं का हवाल दिया और उनसे रूपये देने का दबाव बनाया। जैसे तैसे परिजनों ने रुपयो का प्रबन्ध किया। वीडियो में साफ़ देखा जा आरहा है सर्जन डॉ ने उनसे पांच हजार रुपए लिए। डॉक्टर साहब ने अन्य एक कर्मचारियों को 1500 व दूसरे कर्मचारी को 2000 रुपये भी दिलवाए।
पीड़ित ने आरोपी सर्जन व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। मामले में चिकित्सा अधीक्षक डॉ शैलेंद्र चौरसिया का कहना है कि वें छुट्टी पर घर आए हुए है। मामले की जानकारी कराकर जांच कर कार्रवाई की जायेगी।हालांकि आपको बता दे कि इससे पहले भी डॉक्टर हो स्टाफ नर्स हो या फिर स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ कोई भी कर्मचारी। जिनकी काम की एवज में रुपए लेने की वीडियो सामने आ चुकी है। जिसमे आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई जबकि सरकार से भी मोटी मोटी तनखा लेते है। Shamli News
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