देहरादून : उत्तराखंड में आज भी बारिश जारी रहेगी. मौसम विभाग देहरादून ने राज्य के तीन जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। बाकी जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश होगी, साथ ही बिजली गिरने का भी अलर्ट दिया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के उत्तरकाशी, देहरादून और बागेश्वर जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी. बाकी 10 जिलों में कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में मानसून की बारिश शुरू हो गई है। बारिश का कहर राज्य के पहाड़ी जिलों में ज्यादा देखने को मिला है।

आपको बता दें कि इन दिनों पहाड़ी इलाकों में नदियां उफान पर हैं। भारी बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन भी हो रहा है। ऐसे में मौसम विभाग के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग और सीएम ऑफिस भी लोगों को सतर्क रहने को कह रहा है। बारिश के बाद पूरे उत्तराखंड में हालात बेहद खराब हैं। चारधाम यात्रा को बार-बार रोकना पड़ रहा है। वहीं गंगोत्री मार्ग तीन दिन बाद भी अभी तक नहीं खुल पाया है। ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक गिरावट आ गई है। केदारनाथ धाम में भी श्रद्धालु कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। इक्का-दुक्का श्रद्धालु बेफिक्र होकर मंदिर में दर्शन करते नजर आए।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि चारधाम यात्रा शुरू करने से पहले मौसम और सड़क की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी कर लें। उसके बाद ही अपनी यात्रा शुरू करें। उधर गंगोत्री यमुनोत्री धाम की यात्रा तीसरे दिन भी बंद है। सड़क पर मलबा इतना लंबा है कि उसे हटाने के लिए मशीनें दिन-रात काम कर रही हैं। उम्मीद है कि कल से सड़कें वाहनों के लिए खोल दी जाएंगी। जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत कुमार आर्य के मुताबिक सड़क खोलने का ज्यादातर काम पूरा हो चुका है। जल्द ही बाकी सड़क भी खोल दी जाएगी। फिलहाल हम लापता लोगों की तलाश के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।

पौड़ी गढ़वाल में भी बारिश कहर बरपा रही है। बारिश और भूस्खलन के चलते जिले में 36 सड़कें बंद हो गई हैं। श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर 533 मीटर तक पहुंच गया है। जिला प्रशासन ने नदी-नालों के पास जाने पर रोक लगा दी है। डीएम स्वाति भदौरिया ने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। कोटद्वार को नजीबाबाद से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-534 भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित है। हाल ही में जाफराबाद के पास पुलिया टूटने से कोटद्वार का अन्य क्षेत्रों से सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है।
आपदा में सतर्कता को देखते हुए टिहरी गढ़वाल की डीएम नितिका ने अधिकारियों और कर्मचारियों को बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने से मना किया है। उन्होंने अधिकारियों से मोबाइल बंद करने पर स्पष्टीकरण मांगा है। आपदा और कांवड़ यात्रा को लेकर टिहरी की जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक की। डीएम नितिका ने यह भी निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले सभी लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। घनसाली में 24 परिवारों और टिहरी में 8 परिवारों को सुरक्षित चिन्हित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सभी तहसील स्तर पर सभी कंट्रोल रूम कर्मियों को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं। Uttrakhand News
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