हैदराबाद : भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की एक महिला अधिकारी ने इतिहास रच दिया है। 35 वर्षीय इस अधिकारी ने लिंग परिवर्तन करवाकर पुरुष बनने का फैसला लिया है। यह सिविल सेवा के इतिहास में पहला ऐसा मामला है। यह एक ऐतिहासिक घटना है क्योंकि यह पहली बार हुआ है जब किसी सिविल सेवा अधिकारी ने लिंग परिवर्तन करवाकर अपना नाम और लिंग आधिकारिक तौर पर बदला है।
क्या है पूरा मामला :
हाँ, यह सच है कि भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की एक महिला अधिकारी ने हैदराबाद में अपना लिंग परिवर्तन करवाया है। यह अधिकारी, जिनकी उम्र 35 वर्ष है, ने लिंग पहचान के अनुरूप जीने का फैसला करते हुए यह कदम उठाया। उन्होंने अपना नाम भी बदलकर एम अनुसूया (पुराना नाम) से अनुकाथिर सूर्या एम (नया नाम) रख लिया है।
यह घटना सिविल सेवा में लैंगिक पहचान को स्वीकृति और समावेश की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उन लोगों के लिए भी प्रेरणा है जो लिंग डिस्फोरिया से जूझ रहे हैं और समाज में अपनी सही जगह खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
अनुसूया से बने अनुकाथिर:
- अधिकारी ने अपना नाम भी बदलकर एम अनुसूया (पुराना नाम) से अनुकाथिर सूर्या एम (नया नाम) रख लिया है।
- उन्होंने लिंग परिवर्तन और नाम परिवर्तन के लिए वित्त मंत्रालय से आधिकारिक अनुमति प्राप्त की थी।
- मंत्रालय ने 9 जुलाई को उनके अनुरोध को मंजूरी दे दी थी।
- अनुकाथिर सूर्या एम (नया नाम) 2013 बैच के IRS अधिकारी हैं।
- 11 साल की सेवा के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है।
- वर्तमान में वे हैदराबाद में ज्वाइंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं।
शिक्षा और करियर:
- अनुकाथिर सूर्या एम ने चेन्नई के मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में B.Tech की डिग्री हासिल की है।
- उन्होंने साइबर लॉ और साइबर फोरेंसिक में PG डिप्लोमा भी किया है।
- 2013 में IRS में शामिल होने के बाद उन्होंने चेन्नई और तमिलनाडु में विभिन्न पदों पर कार्य किया है।
यह एक महत्वपूर्ण घटना है जो लिंग पहचान और समावेश के मुद्दों पर प्रकाश डालती है। यह दर्शाता है कि भारतीय समाज धीरे-धीरे अधिक स्वीकार्य और समावेशी बन रहा है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लिंग पहचान एक जटिल मुद्दा है और हर व्यक्ति का अनुभव अलग होता है। अनुसूया का यह साहसिक कदम उनके आत्म-स्वीकृति और प्रामाणिकता की यात्रा को दर्शाता है।
यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें सभी लोगों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए, चाहे उनकी लिंग पहचान कुछ भी हो।