बरेली: तीन तलाक पीड़ित महिलाओं ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश का विरोध करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इन महिलाओं का कहना है कि जब भी मुस्लिम महिलाओं को कानूनी अधिकार या सुरक्षा मिलती है, AIMPLB हमेशा बाधा बनकर खड़ा रहता है। तीन तलाक पीड़ित महिलाएं, जो लंबे समय से न्याय के लिए लड़ रही हैं, का कहना है कि यदि उन्हें गुजारा भत्ता नहीं दिया जाता है, तो वे अपना जीवन कैसे यापन करेंगी। उनका मानना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला…