सहारनपुर : साइबर क्राइम ने जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह का राजफाश किया है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से लैपटॉप व मोबाइल फोन बरामद हुआ। पूछताछ में फर्जी जीएसटी बिलिंग करना स्वीकार किया। 21 अगस्त को नितीश चौधरी निवासी सुंदरपुर थाना बिहारीगढ़ ने थाना साइबर क्राइम में तहरीर दी थी। इसमें बताया था कि कुछ लोगों ने उनके जीएसटी अकाउंट को हैक किया और अप्रैल, मई, जून वर्ष 2024 में 2.50 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिंग की। इस मामले में साइबर क्राइम ने मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी। साइबर क्राइम ने फर्जी बिलिंग का पर्दाफाश किया।
फर्जी जीएसटी बिलिंग करने वाले अकाउंटेंट अमन प्रजापति पुत्र मुकेश प्रजापति निवासी ज्ञान विहार कॉलोनी भूतेश्वर रोड को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह राजेश जुनेजा के यहां काम करता है। उत्सव गुप्ता ने नितीश चौधरी की मायरा एक्सपोर्ट्स कंपनी का जीएसटी मेल आईडी पासवर्ड दिया था, जिसका प्रयोग किया और राजेश जुनेजा के बिलिंग कार्यों में मायरा एक्सपोर्टस कंपनी का जीएसटी का आईडी व पासवर्ड से बिलिंग की। Saharanpur News
- साइबर क्राइम का बढ़ता दायरा: यह मामला साफ तौर पर दर्शाता है कि साइबर अपराध अब सिर्फ व्यक्तिगत डेटा की चोरी तक ही सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों को भी निशाना बना रहे हैं।
- जीएसटी सिस्टम का दुरुपयोग: जीएसटी जैसी जटिल प्रणाली का दुरुपयोग कर कर चोरी करना एक गंभीर अपराध है। यह न केवल सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाता है बल्कि ईमानदार व्यापारियों को भी प्रभावित करता है।
- अकाउंटेंट की भूमिका: इस मामले में अकाउंटेंट की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि अंदर से ही किसी सिस्टम को तोड़ा जा सकता है।
- सहयोगियों की संलिप्तता: आरोपी ने राजेश जुनेजा और उत्सव गुप्ता का नाम लिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक संगठित अपराध हो सकता है। Saharanpur News
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इस मामले से हम क्या सीख सकते हैं:
- जागरूकता: व्यापारियों को अपने जीएसटी विवरणों के बारे में हमेशा सतर्क रहना चाहिए। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
- मजबूत सुरक्षा प्रणाली: कंपनियों को अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत सुरक्षा प्रणाली विकसित करनी चाहिए।
- कर्मचारियों की जांच: किसी भी कंपनी में काम करने वाले व्यक्ति की पृष्ठभूमि की जांच करना बेहद जरूरी है।
- कानूनी कार्रवाई: ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि अन्य लोग इस तरह के अपराध करने से डरें। Saharanpur News
आगे क्या हो सकता है:
- अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी: पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी होगी।
- जांच का विस्तार: इस मामले की जांच का दायरा और बढ़ सकता है।
- कानूनी प्रक्रिया: आरोपी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी।
- जीएसटी सिस्टम में बदलाव: इस तरह के मामलों को रोकने के लिए जीएसटी सिस्टम में बदलाव किए जा सकते हैं। Saharanpur News
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