Accident on Expressway : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, मां बेटे समेत 6 की मौत 45 यात्री घायल

Accident on Expressway

एक्सप्रेसवे हादसा : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें एक कार और एक बस की टक्कर हो गई। यह हादसा रायबरेली से दिल्ली जा रही एक स्लीपर बस और एक कार के बीच हुआ, जो बाला जी मंदिर से लौट रही थी। हादसे की मुख्य वजह कार चालक को झपकी आना बताया गया है। इस हादसे में कुल 6 लोगों की मौत हुई और 42 लोग घायल हो गए। हादसे के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच गई। राहगीरों और आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने गैस कटर और राहगीरों की मदद से बस और कार में फंसे लोगों को बमुश्किल बाहर निकाला और घ्यालों को पास के असपताल में भर्ती कराया। शवों को पोस्टपार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी है।

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आपको बता दें किकन्नौज के गांव गधइया ऊसर निवास मोनू सिंह अपने 13 वर्षीय बेटे प्रिंस उर्फ रिंकू, मां चंदा, दोस्त मोहित यादव, तालग्राम कस्बा नौसारा निवासी सचिन और सचिन का भाई प्रद्युम्न के साथ शुक्रवार को अपनी कार से बाला जी के दर्शन के लिए गए थे। मोनू अपनी कार खुद चला रहा था। शनिवार शाम दर्शन कर वे सब आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के रास्ते वापस लौट रहे थे। जैसे ही उनकी कार एक्सप्रेसवे पर ऊसराहार थाना इलाके में खरगपुर सरैया के पास पहुंची तो कार चला रहे मोनू को नींद की झपकी आ गई। जिससे उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ते हुए लखनऊ से आगरा वाली लेन पर पहुंच गई।
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जिसके चलते आगरा लेन पर सवारियों से भरी रायबरेली से दिल्ली जा रही एसी स्लीपर बस कार से टकरा गई और एक्सप्रेसवे से नीचे नीचे जा गिरी। बस में करीब 60 से ज्यादा सवारियां थीं। हादसे में बस में सवार 18 वर्षीय याशिर अल्वी पुत्र मेराजय निवासी निखई जेर मस्जिद कासिमपुर जिला अमेठी, लखीमपुखीरी के भड़तरिया गांव निवासी 50 वर्षीय ओमप्रकाश और अशर्फी समेत तीन यात्रियों की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। वहीँ कार में सवार मोनू उसकी मां समेत तीन लोगों की भी जान चली गई। यह दर्दनाक हादसा रात करीब साढ़े 12 बजे हुआ है। हादसे के वक्त रायबरेली से नई दिल्ली जाने वाली इस स्लीपर एसी बस में 60 से ज्यादा सवारियां बैठी थी। सभी यात्री अपनी सीट पर आराम कर रहे थे।
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Accident on Expressway
बस के कार से टकराने पर अचानक धमाके की आवाज आई और बस बैठे लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे। बस यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। जब तक बस सवार कुछ समझ पाते तेज धमाके साथ उनकी बस 30 फीट नीचे खाई में जा गिरी। प्रत्यक्ष राहगीरों के मुताबिक़ इस दौरान बस तीन पर पलटी खाने के बाद सीधी खड़ी हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस और यूपीडा की टीम ने मौके पर पहुंची और राहगीरों की मदद से घंटे भर की मशक्कत के बाद सभी घायलों को बस से निकालकर आयुर्विज्ञान विवि पहुंचाया।
हादसे के कारण और प्रभाव:
  • मानवीय त्रुटि: कार चालक को झपकी आना सबसे बड़ा कारण था। थकान, नींद की कमी और लंबी यात्राएं इस तरह की दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं।
  • अनुशासनहीनता: यदि कार चालक नियमों का पालन करता और तेज रफ्तार से गाड़ी नहीं चलाता होता तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।
  • सड़क सुरक्षा उपायों का अभाव: एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपायों में सुधार की आवश्यकता है। जैसे कि, डिवाइडर को और मजबूत बनाना, रोड साइन और हाईवे लाइट्स की संख्या बढ़ाना आदि।
  • जानमाल का नुकसान: इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए, जिससे पीड़ित परिवारों को गहरा आघात लगा है।
  • समाज पर प्रभाव: इस तरह की दुर्घटनाएं पूरे समाज को प्रभावित करती हैं और लोगों में डर और असुरक्षा का भाव पैदा करती हैं।

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हादसे से सीख:

  • सड़क सुरक्षा: सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
  • थकान से बचाव: लंबी यात्रा पर निकलने से पहले पर्याप्त नींद लेना चाहिए और बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए।
  • तेज रफ्तार से बचें: तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना दुर्घटनाओं का आम कारण है।
  • सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग: सीट बेल्ट का प्रयोग करना और हेलमेट पहनना अनिवार्य है।
  • यातायात नियमों का पालन: यातायात नियमों का पालन करना सभी का दायित्व है।
  • सरकारी प्रयास: सरकार को सड़क सुरक्षा के लिए और अधिक कदम उठाने चाहिए।

सुझाव:

  • सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान: लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चलाए जाएं।
  • सड़क सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता: सड़क सुरक्षा उपकरणों जैसे कि सीट बेल्ट, हेलमेट आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
  • सड़क के बुनियादी ढांचे में सुधार: सड़कों की गुणवत्ता में सुधार किया जाए और सड़क सुरक्षा सुविधाओं को बढ़ाया जाए।
  • यातायात नियमों का सख्ती से पालन: यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
  • एंबुलेंस सेवाओं को मजबूत बनाना: दुर्घटना की स्थिति में तुरंत राहत पहुंचाने के लिए एंबुलेंस सेवाओं को मजबूत बनाया जाए।

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुई यह दुर्घटना एक बड़ी त्रासदी है। इस घटना से हमें सड़क सुरक्षा के महत्व को समझना चाहिए और सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। सरकार, प्रशासन और आम जनता को मिलकर सड़क सुरक्षा के लिए काम करना होगा।

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