Varun Gandhi News : वरुण गांधी का पीलीभीत के लोगों के लिए भावुक सन्देश, बोले – पीलीभीत से अंतिम सांस तक नहीं खत्म होगा रिश्ता
Published By Roshan Lal Saini
Varun Gandhi News : पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी का टिकट कटने के बाद तरह तरह की चर्चाये हो रही थी। वरुण गांधी ने पीलीभीत की जनता के लिए पत्र लिख कर सारी चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। 35 साल का सियासी रिश्ता टूटने के बाद वरुण गांधी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। वरुण गांधी ने पीलीभीत की जनता के नाम भावुक पत्र लिखा है। पत्र में वरुण गांधी ने न सिर्फ पीलभीत से मिले प्यार के लिए आभार जताया बल्कि उनका रिश्ता सियासी रिश्ते से ऊपर बताया है। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा पीलीभीत से उनका रिश्ता अंतिम सांस तक रहेगा।
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आपको बता दें कि भाजपा सांसद मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी का पीलीभीत से 35 साल पुराना रिश्ता चला आ रहा था। बुधवार को पीलीभीत से उनका सियासी रिश्ता को खत्म हो गया। ऐसा पहली बारे हुआ है जब 1989 के बाद मां-बेटे में से किसी ने भी पीलीभीत लोकसभा सीट से नामांकन पर्चा नहीं भरा। जिससे पीलीभीत की जनता और वरुण गांधी के समर्थक अचंभित हैं।
भाजपा हाईकमान ने वरुण गांधी का टिकट काटकर यूपी के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है। जिसके बाद यही कहा जा रहा है कि वरुण गांधी का पीलीभीत से कोई रिश्ता नहीं रहा है। यही वजह है कि वरुण गांधी ने पीलीभीत की जनता के नाम भावुक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है। जो राजनीतिक गुणा-भाग से बहुत ऊपर है। Varun Gandhi News
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वरुण गांधी ने पीलीभीत के लोगों को प्रणाम करते हुए लिखा, “मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला। महज एक सांसद के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के तौर भी मेरी परवरिश और मेरे विकास में पीलीभीत में मिले आदर्श, सरलता, और सहृदयता का बहुत बड़ा योगदान है। आपको प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई है।” Varun Gandhi News
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बचपन की याद को किया साझा करते हुए आगे लिखा कि “आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं, तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। उन्होंने अपने बचपन की यादों को साझा करते हुए लिखा, मुझे वो तीन साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है, जो अपनी मां की अंगुली पकड़कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था, उसे कहां पता था कि एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे।” Varun Gandhi News
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वरुण गांधी ने पत्र में आगे लिखा कि “एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदैव यह कार्य करता रहूं, भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े। उन्होंने पीलीभीत से अपने रिश्ते को सियासी गुणा-भाग से बहुत ऊपर बताया। अंत में लिखा- मैं आपका था, हूं और रहूंगा।” Varun Gandhi News
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वरुण गांधी की वजह से पीलीभीत प्रदेश में वीआईपी सीट बनी हुई है। 2009-2010 में वरुण भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। चर्चा है कि पार्टी वरुण को संगठन में कोई बड़ा पद दे सकती है। चर्चा यह भी है कि वरुण को अवध क्षेत्र की किसी वीआईपी सीट से उतारा जा सकता है। यह सब कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं कि वरुण ने टिकट कटने के बाद भी न तो भाजपा छोड़ी है और न ही ऐसा कोई संकेत दिया है। Varun Gandhi News