अमरावती : आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के बेटे समेत कई बच्चों को आग से बचाने वाले भारतीय श्रमिकों को सिंगापुर सरकार ने उनकी निस्वार्थ बहादुरी के लिए सम्मानित किया। सिंगापुर सरकार ने एक नेक कदम उठाते हुए आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के छोटे बेटे मार्क शंकर और अन्य बच्चों को भीषण आग से बचाने वाले 4 भारतीय प्रवासी श्रमिकों को सम्मानित किया है। श्रमिकों को उनके साहसिक कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया गया।
आपको बता दें कि यह आग दुर्घटना 8 अप्रैल को सिंगापुर के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट के पास रिवर वैली रोड पर एक तीन मंजिला इमारत में हुई थी। इस इमारत में आग लगने से 20 लोग झुलस गए थे। इन घायलों में 15 बच्चे भी शामिल थे। इनमें पवन कल्याण के बेटे मार्क शंकर भी शामिल थे। मार्क शंकर अब इलाज के बाद घर लौट आए हैं।
सिंगापुर के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जिस समय यह दुर्घटना हुई। उस समय 4 भारतीय मजदूर पास में ही निर्माण कार्य में लगे हुए थे। इस दौरान उन्होंने बच्चों की चीखें सुनीं। इसके साथ ही बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से धुआं निकलता देखा गया। यह देख वह बिना किसी हिचकिचाहट के मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। इन लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर बिल्डिंग के अंदर फंसे बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।
भारतीय मजदूरों की इस बहादुरी की सिंगापुर सरकार ने तारीफ की है। सरकार ने कहा कि इन लोगों ने दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी। अपनी जान जोखिम में डालने वाले इन मजदूरों को सिंगापुर सरकार ने सम्मानित किया। सरकार ने कहा कि इन भारतीय मजदूरों की त्वरित कार्रवाई की वजह से ही बच्चों की जान बचाई जा सकी। इसके लिए जितनी भी तारीफ की जाए कम है। सिंगापुर के अधिकारियों ने संकट में इन भारतीयों के प्रयासों की सराहना की है।