सहारनपुर: सहारनपुर पुलिस ने खैर के पेड़ चोरी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 3 तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये तस्कर बेसकीमती खैर की लकड़ी किसानों के खेतों से चुराकर औने-पौने दामों में बेच देते थे।
गिरोह का सरगना पंजाब का:
इस गिरोह का मुख्य सरगना पंजाब का रहने वाला है जो खैर के पेड़ों को चोरी कर पंजाब में बेचता था।
कैसे हुआ खुलासा:
12 जून को थाना नकुड़ के गांव जैनपुर के निवासी जितेंद्र कुमार ने खेत से 4 खैर के पेड़ चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच शुरू की और विकास नगर के नाजिम, हिमाचल प्रदेश के नसीम, पंजाब के जितेंद्र सिंह और सहारनपुर के मिर्जापुर के शहजाद को गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह का modus operandi:
- जंगलों में रैकी करके खैर के पेड़ों को काटते थे।
- चोरी की लकड़ी को औने-पौने दामों में बेचते थे।
- पुलिस और वन विभाग से बचने के लिए गाड़ी के आगे-पीछे बाइक और कार रखते थे।
गिरोह के सदस्यों का आपसी संबंध:
- शहजाद की रिश्तेदारी थाना नकुड़ में थी, जिसके चलते वह अक्सर वहां आता-जाता था।
- उसने खेतों में खैर के पेड़ देखे और अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई।
- 12 जून की रात को 3ों ने पिकअप गाड़ी से पेड़ काटकर चंडीगढ़ ले गए।
- उन्होंने पेड़ 1.45 लाख रुपए में बेचे और पैसे आपस में बांट लिए।
- कुछ लकड़ी उन्होंने एक बंद भट्ठे में छिपा दी थी जिसे बाद में लेने जाना था।
गिरफ्तारी:
गुरुवार देर रात पुलिस ने तीनों आरोपियों को हथिनीकुंड बैराज के रास्ते लकड़ी ले जाते हुए पकड़ लिया।
बरामदगी:
पुलिस ने आरोपियों से 1 पिकअप गाड़ी, 1 स्विफ्ट कार, 1 बाइक, 1 मोबाइल, 1,05,700 रुपए और 8 कुंतल लकड़ी बरामद की है।
अगली कार्रवाई:
पुलिस पूछताछ कर रही है और इस गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
यह घटना क्षेत्र में खैर के पेड़ों की चोरी की बढ़ती घटनाओं पर प्रकाश डालती है। वन विभाग और पुलिस को मिलकर इन गिरोहों पर सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है