Manjeet Hero of Backward-Dalits : पिछड़ों और दलितों के हीरो बनते जा रहे हैं मंजीत नौटियाल
Published By Roshan Lal Saini
Manjeet Hero of Backward-Dalits : फिलहाल हिंदुस्तान की हिंदी वेल्ट में दलितों को राजनीति में नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। आज तो ये हाल है कि जब से बिहार की नीतीश सरकार ने जातिगत आंकड़े जारी करके जातिगत आबादी के हिसाब से आरक्षण का बिल बिहार विधानसभा में पास कराया है, तभी से जातिगत आंकड़े जारी न करने और उसके आधार पर आरक्षण न देने की सोच बनाए बैठी भारतीय जनता पार्टी भी अब दलितों को मनाने में जुट गई है। जिसके लिए बीजेपी ने बाकायदा उत्तर प्रदेश से दलित सम्मेलन कर इसकी शुरूआत भी कर दी है। जबकि पिछले चार-पांच सालों में कई दलित युवक न सिर्फ अपने समाज के लिए हीरो बनकर उभर रहे है।
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जिनमे बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद, भीम आर्मी अध्यक्ष मंजीत नौटियाल और आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण हैं। आकाश आनद और चंद्रशेखर रावण जहां राजनितिक चेहरे बने हुए हैं वहीँ मंजीत नौटियाल सामाजिक संगठन के जरिये दलित समाज में अपनी पैठ बना चुके हैं। दलित समाज उन्हें कई लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ने की पेशकश भी कर रहा है। ऐसे में सवाल ये उठना लाज़मी है कि क्या आने वाले समय मेंमंजीत नौटियाल दलितों के सबसे चमकते हुए चेहरे साबित हो पाएंगे? बहुजनों की पार्टी बसपा को मजबूत करने में कितने सफल होंगे ? क्योंकि ASP अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण पहले से बसपा को कमजोर करने में लगे हुए हैं। जिसकी बानगी हाल ही में हुए राजस्थान चुनाव में देखने को मिली है। Manjeet Hero of Backward-Dalits
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आपको बता दें कि भीम आर्मी अध्यक्ष मंजीत नौटियाल न सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी पकड़ बना चुके हैं बल्कि दूसरे राज्यों में भी चमकते जा रहे हैं।अगर हम चंद्रशेखर आजाद रावण की बात करें, तो पिछले दो-तीन सालों में जितनी तेजी से चंद्रशेखर आजाद का कद बढ़ा है उसी रफ़्तार से दलित समाज से किनारा भी किया है। राजनितिक गलियारों में उनके कद को एक दलित नेता के तौर माना जा रहा हैं। लेकिन भीम आर्मी चीफ मंजीत नौटियाल दलित समाज सेवी के रूप में लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं। Manjeet Hero of Backward-Dalits
मंजीत की बढ़ती लोकप्रियता की पहली वजह है कि वो दलितों पर होने वाले हर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं और सिर्फ आवाज ही नहीं उठाने लगे हैं, बल्कि पीड़ित परिवारों से मिलने हजारो किलोमीटर दूर तक जाते हैं। मंजीत दलितों पर ही जुल्म होने पर वो नहीं जाते, बल्कि अन्य छोटे तबके से जुडी महिलाओं और परिवारों के पक्ष में भी खड़े हो जाते हैं। दूसरी बड़ी वजह जो उनके चमकने की है, वो है उनका कांशीराम की आडियोलॉजी को लेकर आगे बढ़ना है। इन्ही वजहों से दलित समाज को लगने लगा है कि कोई उनके बीच ऐसा कद्दावर नेता है, जो उनकी आवाज भी उठाता है, उनके बीच आता-जाता भी है। Manjeet Hero of Backward-Dalits
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जिन दलित युवाओं ने कांशीराम को नहीं देखा और मायावती उनके बीच कभी-कभार ही दिखीं हैं, उन युवाओं को मंजीत नौटियाल ने अपने पीछे चलने की प्रेरणा दी है। जिससे वो उन दलित युवाओं के आइकन बन चुके हैं। वहीं उन्होंने इस बार जिस प्रकार से राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा के लिए ताबतोड़ प्रचार किया है। ज्यादातर मंचो पर मंजीत नौटियाल बसपा कोर्डिनेटर आकाश आनंद के साथ नजर आये हैं। आकाश आनंद के साथ मंजीत का दोस्ताना व्यवहार है। जिससे मंजीत नौटियाल के प्रचार का इन प्रदेशों में खासा असर देखने को मिलेगा। Manjeet Hero of Backward-Dalits
इस प्रकार इस बार लगता है कि राजस्थान में मध्यप्रदेश के चुनाव में आकाश आनंद और मंजीत नौटियाल की जोड़ी चुनाव परिणाम को काफी हद तक प्रभावित करेगी।इसकी सीधी सी वजह ये है कि पूर्वी राजस्थान में दलित वोटरों की संख्या ज्यादा है और आंकड़ों की मानें, तो पूर्वी राजस्थान में करीब आठ-नौ विधानसभा सीटों में हरेक सीट पर 30 हजार के आसपास या उससे ज्यादा वोटर दलित हैं। जाहिर है कि इन चुनाव में आजाद समाज पार्टी से चंद्रशेखर आजाद रावण का ज्यादा असर दिखने वाला नहीं है। Manjeet Hero of Backward-Dalits
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हालांकि ऐसा भी नहीं है कि चंद्रशेखर रावण की मेहनत और भागदौड़ को दलित राजनीति में इतनी आसानी से भुलाया नहीं जा सकता। लेकिन पिछले पैसे लेकर टिकट देने के आरोपों के साथ-साथ भाजपा से फंडिंग होने के आरोप भी लगते रहे हैं। इस वजह से भी दलित वोटर मंजीत नौटियाल और आकाश आनंद की तरफ देख रहा है। दूसरी बात यह भी है कि राजनीति में हर वर्ग एक गर्म तेवर वाले नेता को चुनना पसंद करता है और मंजीत और आकाश की जोड़ी के तेवर न सिर्फ गर्म हैं, बल्कि वो युवा भी हैं और जाहिर है कि अगर वो राजनीति में थोड़ी सी तरक्की और कर गए, तो लंबी पारी दलित नेता के रूप में खेलने से कोई नहीं रोक पायेगा। Manjeet Hero of Backward-Dalits
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