Loksabha Election Muzaffarnagar : मुज़फ्फरनगर में संजीव बालियान बचा पाएंगे साख, हरेंद्र मलिक बने बड़ी चुनौती
Published By Anil Katariya
Loksabha Election Muzaffarnagar : भारतीय जनता पार्टी ने 2014 और 2019 में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए संजीव बालियान को तीसरी बार प्रत्याशी घोषित किया है। इस बार जाट लेंड कहे जाने वाले मुज़फ्फरनगर में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के लिए साख बचाना बड़ी चुनौती बना हुआ है। क्योंकि जाट नेता कहे जाने वाले पूर्व राज्य सभा सांसद हरेंद्र मलिक INDIA गठबंधन के टिकट पर टक्कर देने के लिए चुनाव मैदान में हैं।
इसके अलावा संजीव बालियान का जाट बाहुल्य कई गांवो में विरोध भी हो चुका है। जिसका फायदा उठाने के लिए गठबंधन प्रत्याशी हरेंद्र मलिक दिन रात मेहनत कर रहे हैं। हरेंद्र मलिक भी जाट समाज में अपनी अच्छी खासी पकड़ रखते हैं। यही वजह है कि उनके बेटे पंकज मलिक कई बार विधायक चुने गए। मुज़फ्फरनगर लोकसभा सीट पर बसपा से धारा सिंह प्रजापति चुनाव मैदान में हैं लेकिन यहां मुकाबला भाजपा और गठबंधन के बीच देखा जा रहा है। Loksabha Election Muzaffarnagar
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आपको बता दें कि डॉ संजीव बालियान ने साल 2012 में अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी। 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान जेल भी जाना पड़ा था। जिसका फायदा उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में हुआ। भाजपा ने संजीव बालियान को लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से टिकट पाने में कामयाब रहे। चुनाव हुआ तो संजीव बालियान ने लगभग साढे 4 लाख वोटो से जीत हासिल की।
उन्हें मई 2014 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद जुलाई 2016 में उन्हें मंत्री उमा भारती के अधीन रहे जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री बनाया गया। Loksabha Election Muzaffarnagar
सितंबर 2017 में उनसे मंत्रालय वापस ले लिया गया था। लेकिन 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एक बड़े किसान नेता चौधरी अजीत सिंह को हराकर लोकसभा में वापसी की और इसके साथ ही मोदी सरकार में फिर उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया। 2019 में चुनाव जितने के बाद संजीव बालियान को पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। संजीव बालियान मुजफ्फरनगर के साथ-साथ मेरठ शामली व बागपत सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश में एक लोकप्रिय नेता बन गए। Loksabha Election Muzaffarnagar
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यही वजह है कि हाल ही में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में भी भारतीय जनता पार्टी ने संजीव बालियान पर तीसरी बार विश्वास जताते हुए उन्हें प्रत्याशी घोषित किया है। इस बार भारतीय जनता पार्टी के एनडीए गठबंधन में राष्ट्रीय लोक दल भी शामिल हो गया है। हैरत की बात ये यही कि संजीव बालियान केंद्रीय ज्य मंत्री रह चुके है मगर उनके पास एक भी कार नही है। 39 लाख की नकदी बैंक अकाउंट मे है। पत्नी सुनीता बालियान के खाते मे 2 करौड़ 71 लाख है। संजीव बालियान के पास एक 30MM की पिस्टल है जिसकी कीमत 50 हज़ार रुपये है । संजीव बालियान के पास 82 ग्राम और सुनीता के पास 549 ग्राम सोने की जवेलरी है। Loksabha Election Muzaffarnagar
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संजीव बालियान का जन्म 23 जून 1972 को जनपद मुजफ्फरनगर के गांव कुटबी मे हुआ था। इनके पिता का नाम सुरेंद्र सिंह और माता का नाम रविंद्र देवी है। संजीव बालियान को पढ़ाई के समय से ही राजनीति में रुचि रही है। वह एक अच्छे छात्र नेता भी रहे हैं। संजीव बालियान ने चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार से पशु चिकित्सा विज्ञान में BVSC एन्ड एनिमल हसबेंडरी MVSC से डिग्री हासिल की हुई है। Loksabha Election Muzaffarnagar
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अब बात करते हैं INDIA गठबंधन प्रत्याशी हरेंद्र मलिक की। हरेंद्र मलिक पूर्व में राज्य सभा सांसद रह चुके हैं। हरेंद्र मलिक जनपद मुज़फ्फरनगर के कद्दावर नेताओं मे गिने जाते है। उनके नाम विधान सभा और लोकसभा के 9 चुनाव खुद लड़ने और 4 चुनाव अपने बेट पंकज मलिक को चुनाव लड़ाने का तजुर्बा है। हरेंद्र मलिक खतौली और बघरा विधानसभा से कई बार विधायक बने। जिसके बाद 1996 में किसान कामगार पार्टी (भा कि का पा) जो अब राष्ट्रीय लोकदल के नाम से जानी जाती है। हरेंद्र मलिक एक के बाद एक कई चुनाव हारे हुए हैं। 1998, 1999, 2009 मे मुज़फ्फरनगर से तो 2019 मे कैराना लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव हारे थे। Loksabha Election Muzaffarnagar
हरेंद्र मलिक को 2002 में हरियाणा की इनेलो पार्टी से राज्यसभा सदस्य बनाया था। इस बार 2024 में मुजफ्फरनगर लोकसभा से सपा-कांग्रेस के इंडिया गठबंधन से फिर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हरेंद्र मलिक के पास सियासी अनुभव है जिसके चलते वे अपने बेटे पंकज मलिक को कई बार विधायक बनाने में कामयाब रहे। जिसमें एक बार बघरा से तो एक बार शामली से और फिर तीसरी बार चरथावल विधान सभा से विधायक बनाया। Loksabha Election Muzaffarnagar
हरेंद्र मलिक के पास करोड़ों की चल-अचल संपत्ति है। तीन गांवों में लगभग 75 बीघा कृषि भूमि है। पत्नी राजकुमारी मलिक के पास दो औद्योगिक इकाइयों के शेयर हैं। उनके खिलाफ धारा-144 के उल्लंघन के आरोप में एमपी-एमएलए कोर्ट मुजफ्फरनगर में परिवाद है। इनके पास कुल 3.80 लाख की नकदी और इनकी पत्नी के पास दो लाख रुपये की नगदी है। विभिन्न बैंकों में हरेंद्र मलिक के चार खाते हैं। मुजफ्फरनगर ऑटो प्राइवेट लि. बाबा जी ट्रेडिंग, आशीर्वाद स्टील्स, कंचनजंगा स्टील्स में शेयर हैं। इनकी पत्नी का आशीर्वाद स्टील्स, मोनट शुगर लि., कंचनजंगा स्टील्स में शेयर हैं। हरेंद्र मलिक के पास एंडेवर, मर्सिडीज और मारुति बलेनो कार है। Loksabha Election Muzaffarnagar
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इसके साथ ही 80 हजार रुपये की रिवाल्वर और एक लाख रुपये की कारबाईन है। इनके पास 10 ग्राम सोना और इनकी पत्नी के नाम 30 ग्राम सोना और 120 ग्राम चांदी है। जंगम आस्तियां की कुल कीमत 1.45 करोड़ रुपये और राजकुमारी मलिक के पास 87.95 लाख रुपये हैं। मलिक के नाम पर गांव काजीखेड़ा, जागाहेडी और बघरा में 75 बीघा कृषि भूमि भी है। इसकी अनुमानित कीमत 3.15 करोड़ रुपये हैं। इनके पास कुल स्थावर आस्तियां 6.28 करोड़ रुपये हैं। इनके आय के स्रोत कृषि, व्यापार और पेंशन हैं। उन्होंने चौधरी छोटूराम डिग्री कालेज से बीएससी की है। Loksabha Election Muzaffarnagar
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वहीं बसपा ने इस बार मुज़फ्फरनगर सीट पर प्रजापति समाज के नेता दारा सिंह प्रजापति पर दांव खेला है। मुज़फ्फरनगर सीट से बसपा प्रत्याशी के रूप मे अपना नामांकन कर दिया है। उन्होंने नामांकन पत्र के साथ अपनी संपत्ति और परिवारजनों का ब्योरा प्रस्तुत किया है। मेरठ में रक्षापुरम कालोनी निवासी दारा सिंह प्रजापति की उम्र 55 साल हैं। पत्नी कमलेश, बेटी नेहा प्रजापति और बेटा ऋषभ प्रजापति हैं। इनके खिलाफ कमिश्नरी कार्यालय मेरठ में धरने के दौरान भड़काऊ भाषण देने और विकास प्राधिकरण मेरठ की ध्वस्तीकरण कार्यवाही को रोकने संबंधित मामले दर्ज हैं। Loksabha Election Muzaffarnagar
इनके पास 3.75 लाख रुपये की नगदी और पत्नी के पास 4.50 लाख रुपये की नकदी और दोनों आश्रितों के पास 25 हजार रुपये की नगदी हैं। पिछले दिनों प्रजापति समाज को सामाजिक हक दिलाने के लिए हरिद्वार से गाज़ियाबाद तक एक स्वाभिमान यात्रा निकाली गयी थी जिसपर गाज़ियाबाद मे लाठीचार्ज हुआ था तभी दारा सिंह चर्चाओ मे आये थे । मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर दारा सिंह प्रजापति के नामांकन के बाद मुकाबला त्रिकोणीय बनता नजर आ रहा है। Loksabha Election Muzaffarnagar