महाकुंभ 2025 : प्रयागराज महाकुंभ में करीब 45 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है। ऐसे में वहां पहुंचने वाले लोगों के लिए सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रही है। इसके लिए प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। मेले की जल, थल और नभ से निगरानी की जा रही है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए हाईवे, रेल और सड़क की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। इसके अलावा हवाई मार्ग से प्रयागराज पहुंचने वाले किसी भी अवांछित तत्व पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जानकारी के अनुसार मेला क्षेत्र को किले में तब्दील कर दिया गया है। महाकुंभ में करीब 45 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है। ऐसे में वहां पहुंचने वाले लोगों के लिए सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रही है। इसके लिए प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। मेले की जल, थल और नभ से निगरानी की जा रही है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
महाकुंभ मेले की सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि बिना इजाजत कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। पूरे मेला इलाके में एआई आधारित डिजिटल तकनीक से लैस ड्रोन तैनात किए गए हैं। इसके अलावा जल पुलिस, जल ब्रिगेड और जलमार्ग के हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा मेला क्षेत्र में एकीकृत कमांड सेंटर सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
आपको बता दें कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार महाकुंभ हर 12 साल में पौष पूर्णिमा के दिन स्नान पर्व के साथ शुरू होता है। यह महाकुंभ महाशिवरात्रि पर्व के दिन समाप्त होता है। कुंभ की दिव्यता, भव्यता और मान्यता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। इस साल इसकी शुरुआत 13 जनवरी 2025 से हो रही है, जो 26 फरवरी 2025 यानी महाशिवरात्रि के दिन खत्म होगी।