देवबंद : इस्लामिक सेंटर ऑफ़ इंडिया के मौलाना रशीद फरंगी महली ने रमजान के महीने में सेहरी के वक्त शोर-शराबे से बचने और पड़ोसियों का ख्याल रखने की एडवाइज़री जारी की। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे सुबह के वक्त अनावश्यक शोर न करें ताकि दूसरों को कोई तकलीफ़ न हो।
उनकी की एडवाइजरी से देवबंदी उलेमाओं ने न सिर्फ किनारा किया है बल्कि उसकी मुखालफत की है। उलेमाओं ने सेहरी को लेकर जारी एडवाइजरी पर सवाल उठाए हैं।
प्रसिद्ध देवबंदी उलेमा मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने इस एडवाइज़री पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे यह गलत संदेश जाता है कि मुसलमान सेहरी में शोर मचाते हैं, जबकि हकीकत में मुसलमान अपने पड़ोसियों का हमेशा ख्याल रखते आए हैं।
मौलाना इसहाक़ गोरा के मुताबिक़, इस्लाम खुद अपने मानने वालों को पड़ोसियों के हक़ अदा करने की तालीम देता है। मुसलमान हमेशा से दूसरों की सहूलियत का ख्याल रखते आए हैं, इसलिए इस तरह की एडवाइज़री जारी करना गैर-ज़रूरी है। Deoband News