Bhim Army Chiefs Attack Exposed : भीम आर्मी चीफ के हमले का खुलासा, हमले की वजह जानकर हों जाएंगे हैरान
Published BY Roshan Lal Saini
Bhim Army Chiefs Attack Exposed सहारनपुर : सहारनपुर पुलिस ने भीम आर्मी संस्थापक एवं आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण पर हुए हमले का खुलासा किया है। पुलिस ने हरियाणा के अंबाला कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे चार हमलावरों को गिरफ्तार कर उनके पास से दो देसी तमंचे और कारतूस बरामद किये हैं। जबकि हमले में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट कार थाना देवबंद इलाके के मिरगपुर गाँव के पास से पहले ही बरामद कर ली गई थी। पकडे गए हमलावरों में तीन युवक थाना देवबंद इलाके गांव रणखंडी के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक़ हमलावरों ने चंद्रशेखर पर हमले की वजह उसके भाषण बताया है। हमलावरों को भीम आर्मी चीफ द्वारा दलित, पिछड़ों और वंचितों की आवाज उठाना और अगड़ो के खिलाफ बोलना पंसद नहीं आ रहा था। रोहाना टोल प्लाज़ा पर चंद्रशेखर की गाडी देखने के बाद युवकों द्वारा अचानक ही हमले की योजना बनाना बताया जा रहा है। पुलिस कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड लेने की बात कर रही है। जिसके बाद बड़े खुलासे होने उम्मीद है।
आपको बता दें कि बीते 28 जून को भीम आर्मी संस्थापक एवं आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर उस वक्त जानलेवा हमला किया गया जब वे कस्बा देवबंद में अपने एक साथी अजय गौतम की मन के निधन के बाद सांत्वना देकर वापस लौट रहे थे। हमलावरों ने एक के बाद एक तीन राउंड फायरिंग की। जिसमे एक गोली लगने से चंद्रशेखर घायल हो गए थे। हमले के वक्त चन्द्रशेखर आजाद, मनीष कुमार और अन्य साथियों के साथ फार्चूनर गाड़ी न. UP 14 DC-0008 में सवार थे। पीछे से आ रही स्विफ्ट गाडी नं. HR 70 D 0278 में सवार विक्की, प्रशांत, लविश निवासी रणखंडी थाना देवबंद और जनपद करनाल के गाँव गौंदर के रहने वाले विक्की ने फायरिंग की थी। पुलिस आनन फानन में घायल भीम आर्मी चीफ को अस्पताल में भर्ती कर जाँच पड़ताल में जुट गई थी। घटना के सम्बन्ध में थाना देवबन्द में धारा 307/506/120बी और 3 ( 2 ) 5 एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। घटना की सूचना मिलते ही उच्च अधिकारीगण द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया और हमले का खुलासा करने के लिए एसपी सिटी, एसपी देहात कऔर सीओ देवबन्द के नेतृत्व में पांच टीमो का गठन किया गया जिसमे एसओजी और सर्विलास की टीम भी शामिल की गई थी। Bhim Army Chiefs Attack Exposed
घटना का खुलासा करते हुए डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर कार में तेल खत्म होने पर गाडी को गाँव मिरगपुर में छोड़ कर खेतो के रास्ते हरियाणा भाग गए थे। हालांकि पहली रात अभियुक्तों ने मिरगपुर के जंगलों में काटनी पड़ी। पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में गठित टीमो ने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली एनसीआर, उत्तराखण्ड, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरियाणा समेत कई जगहो पर दबिश दी थी। इस दौरान कई सदिग्ध लोगो को पूछताछ हेतु हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई। पुलिस टीमो ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकार्डस, मुखबिर तंत्र आदि का के सहयोग से अभियुक्तो की गतिविधियों की जानकारी जुटाई। सहारनपुर पुलिस को सुचना मिली थी चारों हमलावर किसी अंबाला मे आत्मसमर्पण करने की फिराक में हैं। जानकारी मिलते ही थाना देवबन्द प्रभारी नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर अम्बाला भेजी गई जहां अम्बाला में स्थानीय हरियाणा एसटीएफ यूनिट को साथ लेकर हमलावरों को एक जुलाई की सुबह अग्रवाल ढाबा के पास से कस्बा शहजादपुर जिला अम्बाला हरियाणा से हिरासत में लेकर सहारनपुर लाया गया। Bhim Army Chiefs Attack Exposed
पुलिस पूछताछ में हमलावरों ने बताया कि 28 जून की सुबह करनाल निवासी विक्की के साथ मेरठ से लेकर लौट रहे थे। रास्ते मे रोहाना कला टोल के पास खाने के लिये ढाबे पर रूके। उस समय हमने वहाँ पर काफी भीड़ देखी । पता करने पर यह जानकारी मिली की इस मार्ग से चन्द्रशेखर आजाद अपने समर्थको के साथ देवबन्द मे किसी कार्यक्रम मे सम्मिलित होने जा रहा है। टोल प्लाज़ा के पास इसके कार्यक्रम की जानकारी होने पर उसी वक्त हमने चंद्रशेखर की हत्या करने का मन बना लिया। इसके लिए वे भी देवबन्द पहुँच गये जहां भीम आर्मी ेव आजाद समाज पार्टी के कार्यक्रम की रैकी की गई। चारों के पास 315 बोर दो तमंचे थे। करनाल निवासी विक्की अपनी स्विफ्ट कार को खुद चला रहा था। उसके बगल मे लविश, लविश के पीछे वाली सीट पर विकास उर्फ विक्की (रणखण्डी) और उसके बगल मे प्रशान्त बैठा हुआ था। हमारे द्वारा चन्द्रशेखर की रेकी की गई और जैसे ही वह अपने कार्यक्रम से गाड़ी मे बैठकर निकला कुछ दूर जाकर स्पीड ब्रेकर पर गाडी धीरे हुई, हमारी गाडी ने उसकी गाडी को ओवरटेक किया और उस पर हमने तीन राउण्ड फायरिंग की। दो राउण्ड फायरिंग पीछे बैठे हुए विक्की (रणखण्डी) व एक राउण्ड फायरिंग प्रशान्त ने की। ऐसा करते ही हम वहाँ से भाग निकले। कुछ दूर जाते ही गाडी मे तेल खत्म होने के कारण हमने वह गाडी मिरगपुर मे छोड़ दी और हम वहाँ से दूर जाकर जगलो मे छुप गये। वहीं से हम छुपते छुपाते किसी तरह दो दिन में अम्बाला पहुँचे जहाँ से पुलिस ने हमे पकड़ लिया। Bhim Army Chiefs Attack Exposed
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि भीम आर्मी संस्थापक एवं आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद विगत कुछ महीनो में दिल्ली और आस पास की जगहो पर ऐसे उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं जिससे उनकी भावनाएं बहुत आहत हो रही थी। जिसके चलते वे चंद्रशेखर आजाद को मारना चाहते थे। 28 जून को देवबंद में उन्हें मौका मिल गया और गाडी में बैठे बैठे उन पर हमला कर दिया। उनको इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि हमले में चंद्रशेखर बच जाएंगे। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि हमले के पीछे कोई ओर वजह नहीं है और ना ही किसी नेता का हाथ है। बावजूद इसके कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड पर लेकर और पूछताछ की जाएगी। पकडे गए अभियुक्तों ने पहले की कई घटनाओं को अंजाम दिया हुआ है। रणखंडी निवासी लविश पहले भी जेल जा चुका है। भीम आर्मी संस्थापक को सुरक्षा मुहैया कराई गई है। पुलिस ने दो तमंचे 315 बोर, 04 जिन्दा कारतूस, 03 खोखा कारतूस अभियुक्तगणो की निशादेही पर फुलास रजवाहे की पुलिया के पास से बरामद किये हैं। Bhim Army Chiefs Attack Exposed
गिरफ्तार किये गये अभियुक्तगण का नाम व पता
(1) विकास उर्फ विक्की पुत्र प्रीतम सिंह निवासी ग्राम रणखण्डी थाना देवबन्द जिला सहारनपुर
(2) प्रशान्त पुत्र विक्रम कुमार निवासी ग्राम रणखण्डी थाना देवबन्द जिला सहारनपुर
(3) लवीश पुत्र विरेन्द्र सिंह निवासी ग्राम रणखण्डी थाना देवबन्द जिला सहारनपुर
(4) विकास उर्फ विक्की पुत्र शिवकुमार निवासी ग्राम गौंदर थाना निसिंग जिला करनाल हरियाणा
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