Kairana Loksabha Seat : बसपा बिगाड़ेगी INDIA के समीकरण, कैराना सीट पर कौन होगा काबिज़ ?
Published By Roshan Lal Saini
Kairana Loksabha Seat : पलायन के मुद्दे से देशभर में चर्चाओं में आई कैराना लोकसभा सीट पर इस बार भी हर किसी की नजर टिकी हुई है। वर्तमान में इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। इस सीट पर अभी चुनावी दंगल में तीन यौद्धा मैदान में उतर चुके है। हसन परिवार की बेटी इकरा हसन के सामने इस बार जहां विरासत को बचाना चुनौती बना हुआ है।
वहीं मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी को जनता दल के लगातार दो बार सांसद रहे हरपाल सिंह के रिकाॅर्ड की बराबरी कर भाजपा को जीत दिलाना बड़ी चुनौती है। उधर पहली बार चुनाव लड़ने जा रहे बसपा प्रत्याशी श्रीपाल राणा के सामने साख बचाना मुश्किल होता जा रहा है।
कैराना लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। जिसके चलते सभी दलों के पदाधिकारी अपने दावं पेंच में लग चुके है। भाजपा ने इस सीट पर दोबारा से सांसद प्रदीप चौधरी को जहां चुनाव मैदान में उतारा है। सपा-कांग्रेस गठबंधन से हसन परिवार की बेटी इकरा हसन चुनाव मैदान में ताल ठोक रही है। तो वही बसपा ने सहारनपुर के जिले के भावसी निवासी रिटायर्ड बीएसएफ के जवान श्रीपाल राणा को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, नामांकन पूरा होने तक इस सीट पर प्रत्याशियों की संख्या और बढ़ेगी। Kairana Loksabha Seat
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आपको बता दें कि सत्तारूढ़ भाजपा इस बार 400 पार के नारे के साथ चुनाव लड़ने जा रही है। पलायन को लेकर चर्चाओं में रही कैराना लोकसभा सीट पर इस बार का चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है। एक तरफ भाजपा से मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी दूसरी बार ताल ठोक रहे हैं तो वहीं INDIA गठबंधन से पूर्व सांसद तब्सुम हसन और चारो सदनों के सदस्य रहे मरहूम मुनव्वर हसन की बेटी इकरा हसन चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रही है।
प्रदीप चौधरी यदि इस बार चुनाव जीतते हैं तो जनता दल के लगातार दो बार सांसद बनने के रिकार्ड की बराबरी कर पाएंगे। प्रदीप चौधरी के पिता मास्टर कंवरपाल सिंह भी तीन बार नकुड़ विधानसभा से विधायक रह चुके हैं और प्रदीप चौधरी भी खुद तीन बार विधायक चुने गए। पिछले चुनाव में प्रदीप चौधरी ने सपा की चारों सदन के सदस्य रहे मरहूम मुनव्वर हसन की पत्नी तबस्सुम हसन को हराया था। 2019 के चुनाव में सांसद प्रदीप चौधरी को 5 लाख 66 हज़ार 961 वोट मिले थे जबकि गठबंधन की तबस्सुम को 4 लाख 74 हज़ार 801 वोट ही मिल पाए थे। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के हरेंद्र मलिक को कुल 69 हज़ार 355 मत हासिल हुए थे। Kairana Loksabha Seat
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2024 के इस लोकसभा चुनाव में हसन परिवार की बेटी इकरा हसन के सामने विरासत बचाने की चुनौती रहेगी। भाजपा के सांसद हुकुम सिंह की मौत के बाद वर्ष 2018 में उपचुनाव हुआ। जिसमें हसन परिवार की इकरा की मां तबस्सुम हसन ने रालोद से चुनाव लड़ते हुए 4,81,182 वोट पाकर विजय रथ पर बैठी थी। इससे पहले 2009 में भी तबस्सुम हसन ने बसपा से चुनाव लड़ा था और 2 लाख 32 हज़ार 590 मत हासिल कर जीत दर्ज की थी। 1996 में सपा से तबस्सुम हसन के पति मुनव्वर हसन ने चुनाव लड़ा था, उन्होंने 1 लाख 84 हज़ार 636 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की थी। इससे पहले साल 1984 में मुनव्वर हसन के पिता चौधरी अख्तर हसन ने कांग्रेस से चुनाव लड़ते हुए जीत दर्ज की थी। इकरा के भाई नाहिद हसन वर्तमान में कैराना से विधायक हैं। Kairana Loksabha Seat
बसपा ने लोकसभा सीट पर सहारनपुर जिले के भावसी निवासी रिटायर्ड बीएसएफ के जवान श्रीपाल राणा को प्रत्याशी बनाया है। श्रीपाल राणा ने 6 महीने ही बसपा ज्वाइन की थी। श्रीपाल राणा के सामने बसपा की साख बचाना चुनौती रहेगा। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि प्रदीप चौधरी इस सीट पर फिर से कमल खिलाने में कामयाब होते हैं या फिर बसपा या सपा चुनाव परिणाम को पलटने में बाज़ी मारती है। कैराना की अगर बात करें तो बसपा के साथ अन्य दल भाजपा और सपा का भी खेल बिगाड़ सकते हैं। Kairana Loksabha Seat
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बसपा ने इस बार कैराना लोकसभा सीट पर श्रीपाल राणा को प्रत्याशी बनाकर राजपूत-दलित कार्ड खेल दिया है। जहां राजपूत समाज बीजेपी से टिकट ना मिलने से नाराज़ दिखाई दे रहा है तो वही बसपा इस लोकसभा सीट का पूरा फैयदा उठाती नज़र आ रही है। इस सि्थ्ति में बसपा को ठाकुर के साथ दलित, मुस्लिम और अन्य वर्गों का वोट मिलता है तो भाजपा और सपा का खेल बिगड़ना तय है। और अन्य निर्दलीय और पार्टियों के प्रत्याशी भी भाजपा, सपा का खेल बिगाड़ सकते हैं। Kairana Loksabha Seat