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Loksabha Election 2024 : पश्चमी उत्तर प्रदेश की इन सीटों पर दशकों से नहीं जीत पाई कांग्रेस, INDIA गठबंधन से मिलेगी संजीवनी ?

Loksabha Election 2024 : पश्चमी उत्तर प्रदेश की इन सीटों पर दशकों से नहीं जीत पाई कांग्रेस, INDIA गठबंधन से मिलेगी संजीवनी ?

Published By Special Desk News14Today 

Loksabha Election 2024 : कई सीटों पर लगातार कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की, लेकिन इमरजेंसी के बाद ऐसा समीकरण बदला कि कुछ सीटों पर कांग्रेस हाशिये पर आती चली गई। किसी सीट पर कांग्रेस का खाता 40 साल से नहीं खुला है तो किसी पर 25 साल से जीत के लिए जंग जारी है। मौजूदा समीकरण बात करें तो 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा को गठबंधन के साथ जोड़ना कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी बन सकता है। INDIA गठबंधन में सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और अमरोहा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी जोर आजमाइश करेंगे।

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यूपी की सहारनपुर लोकसभा सीट पर मुस्लिम कद्दावर नेता इमरान मसूद गठबंधन से खुलकर टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इमरान मसूद ने विवादित बयानों से पहचान बनाई है। करीब चार महीने पहले बसपा छोड़ दोबारा कांग्रेस में में शामिल होने वाले इमरान मसूद पश्चिमी यूपी  परिचय के मोहताज़ नहीं हैं। मतदाताओं की बात करें तो सहारनपुर लोकसभा सीट पर लगभग सात लाख मुस्लिम मतदाता हैं। उधर गुर्जर समाज के नेता पूर्व एमएलसी गजे सिंह भी टिकट के मजबूत दावेदारी कर रहे हैं। Loksabha Election 2024

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इमरान मसूद तीन बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में इमरान मसूद भाजपा के राघव लखनपाल से हारे थे। उस दौरान इमरान मसूद ने प्रधानमंत्री को लेकर बोटी-बोटी वाला बयान दिया था। इमरान मसूद के इसी ब्यान के बाद 2014 का चुनाव हिंदू-मुस्लिम हो गया था। यही वजह  रही कि भाजपा के राघव लखनपाल शर्मा ने करीब 65 हजार वोटों से हराया था। लेकिन इस बार INDIA गठबंधन के चलते इमरान मसूद अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। उनका खुद  कि इस बार सहारनपुर सीट पर कांग्रेस की जीत पक्की है। मुस्लिम और दलित उनके साथ-साथ हैं। इसके अलावा अन्य बिरादरी का वोट भी मिलता है। भाजपा को कम से कम एक लाख वोटों से हराया जाएगा। Loksabha Election 2024

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सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के इतिहास की बात करते हैं। इस सीट पर पहला चुनाव सन 1952 में हुआ था। 1952 से 1971 तक सहारनपुर सीट पर कांग्रेस के सात बार सांसद चुने गए। हालांकि इंदिरा गाँधी सरकार के कार्यकाल में लगी इमरजेंसी का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा। जिसके चलते सहारनपुर सीट पर कांग्रेस की पहली बार हार हुई थी। सन 1977 से 1980 तक जनता पार्टी के टिकट पर काजी रशीद मसूद सांसद रहे। 1984 के चुनाव में कांग्रेस के चौधरी यशपाल सिंह ने जीत हासिल की थी। 1984 के चुनाव बाद सहारनपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को कभी जीत नहीं मिली। Loksabha Election 2024

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अगर हम बिजनौर लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर 1951 में हुए चुनाव जीत कर कांग्रेस के नेमीशरण जैन पहले सांसद बने थे। इसके बाद 1957 में अब्दुल लतीफ, 1967 और 1971 में स्वामी रामानंद शास्त्री, 1974 में रामदयाल जीत हासिल हुई थी। इसके बाद 1984 में कांग्रेस के गिरधारीलाल और 1985 में कांग्रेस से ही मीरा कुमार संसद तक पहुंचे थे। 1989 के चुनाव में बसपा से मायावती ने कांग्रेस का विजयी रथ रोक दिया था। तब से लेकर 2019 तक कोई भी कांग्रेस प्रत्याशी जीत नहीं सका। Loksabha Election 2024

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मेरठ-हापुड लोकसभा सीट पर 1952 से 1962 तक कांग्रेस के शाहनवाज खान सांसद रहें। 1971, 1980 और 1989 में भी कांग्रेस प्रत्याशी ने ही जीत हासिल की। मुजफ्फरनगर सीट पर 1952 से लेकर 1962 तक कांग्रेस के तीन सांसद बनें। इसके बाद 1984 में धर्मवीर सिंह त्यागी और 1999 में आखिरी बार कांग्रेस के सईदुज्जमां ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। तब से लेकर 2019 तक कांग्रेस का कोई सांसद नहीं रहा। कैराना लोकसभा सीट पर नजर डालें तो यहां पर 1971 में कांग्रेस के शफाकत जंग और 1984 में चौधरी अख्तर हसन ने जीत हासिल की थी। 1984 के बाद इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जीत दर्ज नहीं करा सका। Loksabha Election 2024

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बागपत लोकसभा सीट पर 1971 में कांग्रेस के रामचंद्र विकल और 1996 में कांग्रेस से चौधरी अजित सिंह संसद तक पहुंचे थे। इस सीट पर सबसे ज्यादा सात बार चौधरी अजित सिंह सांसद रहें। भाजपा का रिकॉर्ड देखें तो पहली बार 1998 में सोमपाल शास्त्री ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 2014 और 2019 के चुनाव में सत्यपाल सिंह विजेता रहे थें। नगीना लोकसभा सीट 2009 में अस्तिव में आई थी। इस सीट पर अभी तक कांग्रेस का खाता नहीं खुला। यहां पहली बार सपा, बसपा और भाजपा ने जीत हासिल की। Loksabha Election 2024

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सहारनपुर लोकसभा सीट का इतिहास बेहद रोचक है। एक समय ऐसा भी आया था जब बसपा के संस्थापक कांशीराम को भी हार का सामना करना पड़ा था। 1998 के चुनाव में भाजपा के नकली सिंह ने जीत हासिल कर कांशीराम को हराया था। उस समय नकली सिंह चर्चा में आ गए थे। Loksabha Election 2024

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