छात्रों ने किया कमाल, माउंट रेहनोक फतेह कर बनाया बड़ा रिकॉर्ड

चंडीगढ़, 17 फरवरी। हरियाणा के सरकारी स्कूलों के छात्रों के एक पर्वतारोही दल ने सिक्कम की दुर्गम व विशाल माउंट रेहनोक पर ध्वज लहराकर विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज कर लिया है।
पर्वतारोही दल ने इसके लिए बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स किया था और 16500 फीट ऊंचे रेहनोक शिखर को सबसे तेज गति से सफलतापूर्वक फतेह किया। दल में कुल 51 सदस्य शामिल थे जिनमें हरियाणा के सरकारी स्कूलों के ग्यारहवीं के 22 लड़के और 22 लड़कियां,  3 पुरुष एवं 3 महिला शिक्षक और 1 कॉन्टिनजेन्ट लीडर) शामिल रहे।
इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान (एचएमआई), दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) के सहयोग से 21.11.2023 से 18 दिसंबर तक सिक्किम क्षेत्र में किया गया था।
इस उपलब्धि को वर्ल्डवाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में सम्मिलित किया गया है।

छात्रों के साथ-साथ एस्कॉर्ट शिक्षकों का चयन विशिष्ट मानदंडों के अनुसार पोर्टल के माध्यम से किया गया था। इस दौरान प्रतिभागियों को हाई एल्टीट्यूड वाले क्षेत्रों के प्रकृति अध्ययन और साहसिक प्रशिक्षण, ग्लेशियर पर ट्रैकिंग, बोल्डरिंग, रॉक क्लाइंबिंग, रैपलिंग, मोरैन वॉकिंग, फ्रंट पॉइंट क्लाइंबिंग, आइस क्लाइंबिंग, क्रेवास बचाव तकनीक और पीक क्लाइंबिंग, आपदा तैयारी तकनीक आदि का प्रशिक्षण भी दिया गया।

जहां तक ​​पर्वतारोहण अभियानों का सवाल है, यह सह पाठ्य गतिविधियों का एक रूप है जहां प्रतिभागी पांच हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्र में कई दिन और रातें बिताते हैं। उन्हें  वहां रहने के लिए तंबू का उपयोग करने की आवश्यकता होती है, जो घर के आराम से बहुत अलग है। इसके अलावा, पर्वतारोहण अभियान प्रतिभागियों को अपने करियर में भी पर्वतारोहण को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

पर्वतारोहण अभियान में निम्नलिखित उद्देश्य शामिल हैं:
• युवा छात्रों को पर्वतारोहण के माध्यम से 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित पहाड़ों पर प्रकृति अध्ययन का अवसर प्रदान करना, ताकि वे वहाँ की वनस्पतियों, वन्य जीवों, जन जीवन का अध्ययन कर सकें।
• छात्रों को अधिक ऊंचाई वाले साहसिक कार्यों की तकनीक और कार्यप्रणाली से परिचित कराना।
• उनकी फिटनेस, आत्मविश्वास, आयोजन क्षमता, निर्णय लेने और अन्य व्यक्तित्व लक्षणों के स्तर को बढ़ाना।
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उल्लेखनीय है कि हरियाणा एकमात्र राज्य है, जहां सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए विभाग के स्तर पर पर्वतारोहण अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस कार्यक्रम में बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स भी जोड़ा गया है ताकि छात्र आगे चलकर पर्वतारोहण को अपने करियर के रूप में चुन सकें, क्योंकि इस क्षेत्र में रोजगार और उज्ज्वल भविष्य की व्यापक संभावनाएं हैं।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद (पंचकूला) के सह सलाहकार राम कुमार ने बताया कि छात्रों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित यूथ एवं इको क्लब प्रोजेक्ट के तहत किया गया था। इस उपलब्धि का विश्व रिकॉर्ड के रूप में दर्ज होना किसी सपने के साकार होने जैसा है।

सेकेंडरी एजुकेशन के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर जितेंद्र कुमार ने कहा कि पर्वतारोहण अभियान में राज्य की टीम द्वारा अर्जित सफलता का विश्व रिकॉर्ड के रूप में सामने आना पूरे विभाग के लिए ही नहीं बल्कि पूरे राज्य के लिए ख़ुशी की बात है। विभाीग के एसीएस सुधीर राजपाल ने कहा कि सरकार द्वारा बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ साथ उनके सर्वांगीण विकास के लिए अन्य पाठ्येतर गतिविधियां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पर्वतारोहण अभियान, एडवेंचर कैम्प्स, स्पोर्ट्स आदि में हरियाणा पूरे देश मे अव्वल है। इस बार तो पर्वतारोहण में विश्व रिकॉर्ड के रूप में उत्कृष्ट उपलब्धि भी मिली है।

प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने खुशी जाहिर की कि हरियाणा के छात्रों और अध्यापकों की टीम ने एडवेंचर और पर्वतारोहण के क्षेत्र में विश्व रिकॉर्ड बनाकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है।

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