Rain Created Flood Situation : बारिश ने बनाये बाढ़ के हालात, आसमान से बरस रहे कहर ने मचाया हाहाकार, NDRF टीम की गई तैनात
Published By Roshan Lal Saini
Rain Created Flood Situation सहारनपुर : पहाड़ी और मैदानी इलाकों में पिछले तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के बाद जहां गर्मी से राहत मिली है वहीं यह बारिश आफत की बारिश बन चुकी है। या यूँ कहे कि आसमान से बारिश के रूप में कहर बरस रहा है। करीब 60 घंटो से हो रही बारिश के बाद अब यमुना नदी भी उफान पर है। हथनीकुंड बैराज से यमुना नदी में करीब 2.23 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। जिसके बाद यमुना नदी ने उग्र रूप ले लिया है और खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
हथनीकुंड बैयराज पर बढ़ते जल स्तर को देखते हुए वहां से निकलने वाली छोटी बड़ी सभी नहरों में भी पानी छोड़ना पड़ रहा है। जिसके चलते चारो और पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। गानव देहात से लेकर शहर तक बाढ़ जैसे हालत बने हुए है। लोगों को अपने परिवार, बीवी, बच्चो और मवेशियों की चिंता सताने लगी है। बरसाती नदियाँ पहले ही उफान पर हैं। आलम यह है कि बारिश का पानी लोगों के घुस चुका है। जिला प्रशासन ने प्रभावित लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। प्रशासन ने रेस्क्यू टीम और NDRF की टीम को बुला लिया है।
पानी के बहाव में बहा चिलकाना गदेंवड़ मार्ग
प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
Rain Created Flood Situation: आपको बता दें कि शुक्रवार की रात से शुरू हुई बारिश आज तीसरे दिन भी रुकने का नाम नहीं ले रही है। तीन दिन से लगातार हो बारिश ने जान जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। बारिश की वजह से चारों ओर पानी पानी हो गया है। सहारनपुर जिला प्रशासन ने खराब मौसम को लेकर न सिर्फ एडवाइजरी जारी की है बल्कि जनपद वासियों से घरों में रहने की अपील की जा रही है।
प्राकृतिक आपदा को देखते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में इंटिग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर स्थापित किया गया है। बाकायदा कंट्रोल रूम में एक नंबर जारी किया गया है। इस नंबर 7906162869 पर कॉल करके सूचना दे सकते हैं। क्योंकि लगातार बारिश से ग्रामीण इलाको में ही नहीं स्मार्ट सिटी सहारनपुर में भी बाढ़ के हालत बन चुके हैं। ढमोला नदी में पानी आने से नदी किनारे के मकानों में पानी घुस गया है। आलम यह की पहली मंजिल पानी में डूब चुकी है। आनन फानन में बाढ़ प्रभावित इलाको से रेस्क्यू कर उन परिवारों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट किया गया है।
Rain Created Flood Situation: पहाड़ो में हो रही बारिश का पानी यमुना नदी में आने से हथनीकुंड बैराज में क्षमता से ज्यादा पानी इकट्ठा हो रहा है। जिसके चलते हथनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है। जिससे यमुना नदी खतरे के निशाँ से ऊपर बह रही है। जानकारी के मुताबिक़ यमुना नदी में खतरे का निशान 205.33 मीटर है जबकि नदी का जलस्तर इस वक्त 205.99 मीटर से ऊपर देखा रहा है।
जो खतरे के निशान से 63 से.मी. ज्यादा है। यमुना नदी 90 हजार क्यूसेक तक पहुंच जाती है तो मिनी फ्लड घोषित कर दिया जाता है। एक लाख क्यूसेक तक पहुंचने पर बाढ़ घोषित कर दिया जाता है। हालांकि यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। जिसे देखते हुए आस-पास के इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया है।
सिंचाई विभाग के साथ साथ प्रशासनिक अधिकारी भी यमुना नदी पर नजर बनाए हुए हैं। थाना चिलकाना इलाके में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। यमुना नदी किनारे बसे दर्जनों गाँवों सम्पर्क शहर से टूट चुका है। आसपास के ग्रामीणों के लिए बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों को परिजनों और मवेशियों की चिंता सताने लगी है जबकि खेतों में पानी भरने से उनकी फसल पहले ही बर्बाद हो गई है। Rain Created Flood Situation
स्मार्ट सिटी सहारनपुर की बात करें तो बरसिह ने शहरवासियों का भी बुरा हाल किया हुआ है। जहां बाहरी कालोनियों में पानी निकासी नहीं होने गालियां तालाब बनी हुई हैं वहीं घरों में पानी घुसने खुले आसमान के नीचे छतो पर रात गुजारने को मजबूर है। पानी में बहकर आये सांप और अन्य जहरीले जीव जंतुओं का डर लग से बना हुआ है।
घरो में पानी घुसने से अनाज से लेकर खाने पीने का सामान भी खराब हो हो गया है। हालांकि नगर निगम उन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के साथ खाने पीने की व्यवस्था करने के दावे कर रहा है। करंट से अनहोनी की संभानाओं को देखते हुए विधुत विभाग ने ऐसे इलाकों की बिजली पहले ही काट दी है। जिससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई है। कई परिवार तो ऐसे भी जो घर का सामान भर कर दूसरी जगह चले गए हैं Rain Created Flood Situation
नदी के तेज बहाव में फंसे बुजुर्ग को निकालते स्थानीय लोग
स्मार्ट सिटी सहारनपुर शहर के बीचों बीच से होकर बह रही ढमोला नदी भी खतरे के निशान से ऊपर आ गई है। जिससे नदी किनारे बसे लोगों की मुश्किलें बढ़ना भी लाज़मी हैं। यमुना नदी का जल स्तर बढ़ते ही ढमोला नदी में यमुना का पानी आने लगता है। ढमोला नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिससे 2013 में केदारनाथ में बादल फटने से आई बाढ़ को ताज़ा कर दिया है। जब ढमोला नदी में भी बाढ़ आ गई थी और नदी किनारे बसे हजारो परिवारों को दूसरे स्थानों पर जाकर जान बचानी पड़ी थी।
तीन दिन से हुई बारिश ने एक बार फिर ढमोला नदी को खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा दिया है। जिससे नदी किनारे बसे सैकड़ों घर बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। जिन्हे जिला प्रशासन द्वारा खाली कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों को धर्म शालाओं, मंदिरों और सरकारी स्कूलों में शिफ्ट किया गया है। जहां उनके खाने पीने की व्यवस्थाएं की जा रही है। जिला प्रशासन ने NDRF की टीमों को अलर्ट मोड़ में रखा हुआ है।
इन दिनों आसमान हो रही बारिश कुदरत का कहर बनी हुई है। कहीं बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं तो कहीं नदियों में पानी आने से गांव का सम्पर्क शहरों से टूट गया है। रविवार को हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से सवारियों से भरी बस पानी के बीचो बीच फंसी गई। पहाड़ों में हुई बारिश के बाद हिंडन नदी में अचानक तेज पानी आने से सवारियों में चीख पुकार मच गई। तेज बहाव के साथ आया पानी बस में घुस गया। हालांकि सवारियों से भरी बस बहने से बाल-बाल बच गई। नदी किनारे खड़े ग्रामीणों ने यात्रियों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर कड़ी मशक्कत के बाद बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाल लिया। उधर मौसम विभाग अभी 4 दिन और बारिश होने की संभावना जता रहा है। Rain Created Flood Situation
नोट:अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया News 14 Today के Facebook पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...