जिसके लिए मैं पूरे देश की ओर से हमारी सेना के जवानों और अधिकारियों को बधाई देता हूं। और मैं हमारे प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी को भी सेना को पूरा सहयोग देने के लिए बधाई देता हूं। हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जिसका उन्होंने अशोक वाटिका को नष्ट करते समय पालन किया था, “जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे” यानी हमने उन्हीं को मारा जिन्होंने हमारे निर्दोषों को मारा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया है और पहले की तरह इस बार भी आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने वाले शिविरों को नष्ट करके मुंहतोड़ जवाब दिया है।
भारत ने अपनी धरती पर हुए हमले का जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया है। हमारी कार्रवाई बहुत सोच-समझकर और नपे-तुले तरीके से की गई है। आतंकवादियों का मनोबल तोड़ने के उद्देश्य से यह कार्रवाई केवल उनके शिविरों और बुनियादी ढांचे तक ही सीमित रही है। मैं एक बार फिर हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम करता हूं।