Loksabha Election 2024 : राजपूतों के बाद अब जाट समाज ने खोला मोर्चा, गाजियाबाद की महा पंचायत ने बिगाड़े समीकरण
Published By Roshan Lal Saini
Loksabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव आते ही देश के कई इलाकों में राजपूतों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। पश्चिमी यूपी से शुरू होकर दूसरे राज्यों में तेजी के साथ फैल रहा है। जिसका असर सत्तारूढ़ भाजपा के वोट बैंक पर पड़ता नजर आ रहा है। ख़ास बात तो ये है कि पहले चरण के मतदान के बाद अब जाट समाज भी राजपूतों की राह पकड़ता नज़र आ रहा है।
जाटों का कहना है कि किसानों के प्रति भाजपा की मोदी सरकार की असंवैधानिक, विद्वेषपूर्ण, दमनकारी तथा अन्यायपूर्ण नीतियों के खिलाफ रोष व्याप्त है। जिसके चलते जाट समाज ने महा पंचायत कर बड़ा ऐलान कर दिया है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी हाईकमान की नींद उडी हुई है।
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आपको बता दें कि 21 अप्रैल को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में जिले के जाट समाज की एक पंचायत हुई थी। इस महा पंचायत में आसपास के जनपदों से भी बड़ी संख्या में जाट शामिल हुए। जहां जाट समुदाय से आये दिग्गजों और समाज के जिम्मेदारों ने चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। इस दौरान सभी वक्ताओं ने एक स्वर से सर्वसम्मत प्रस्ताव पास किया कि इस बार 2024 के लोकसभा चुनावों में पूरा जाट समाज संगठित रूप से हर उस उम्मीदवार को वोट देगा जो भाजपा के उम्मीदवार को हराने में सक्षम होगा। Loksabha Election 2024
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आक्रोशित जाट समाज के नेताओं के मुताबिक़ कुछ साल पहले हरियाणा में जाट आरक्षण के आन्दोलन के दौरान आंदोलनकारियों पर सीधे गोलियों चलाकर हमारे 31 युवाओं की निर्मम हत्या की गई। दूसरा केंद्र में कांग्रेस की मनमोहन सरकार द्वारा दिये गये जाट आरक्षण की उचित पैरवी नही की जिसकी वजह से हमारा आरक्षण कोर्ट द्वारा निरस्त कर दिया गया, उसके लिए हम वर्तमान भाजपा सरकार को ज़िम्मेदार मानते हैं। Loksabha Election 2024
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जाटों का कहना है कि भाजपा की मोदी सरकार ने जाट समाज और किसानों को हमेशा छलने का काम किया। दमनकारी नीतियां अपनाकर किसान और खासकर जाट समाज को गर्त में डुबोने का काम किया। हमेशा वादे कर उससे मुकरने का काम किया। लेकिन इस चुनाव में जाट समाज भाजपा के बहकावे में आने वाला नहीं है। वह लोकसभा चुनाव में ऐसे प्रत्याशी को जिताने का काम करेंगे जो इन मुद्दों और मांगों को लेकर सड़क से संसद तक की लड़ाई लड़ेगा। अपने पार्टी के शीर्ष पटल पर उक्त मांगों को रखने के लिए दबाव बनाएगा और भाजपा के प्रत्याशी को हराने में सक्षम होगा। Loksabha Election 2024
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दिल्ली की सीमाओं पर 13 महीने चले किसान आन्दोलन को खत्म करने के लिए किसानो के साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए उनको आतंकवादी, देशद्रोही, नक्सलवादी, बलात्कारी और आंदोलनजीवी कहकर अपमानित करने का काम किया गया। उससे जाट समाज और किसानो में रोष व्याप्त है। क्योंकि पीएम मोदी द्वारा वायदे के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी अधिकार भी नहीं दिया, ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के सपनों को तोड़कर अग्निवीर योजना लागू करके उनको बेरोजगारी में धकेल दिया है। Loksabha Election 2024
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जाटों के सब्र का इम्तिहान लेकर देश का नाम रोशन करने वाली हमारी पहलवान बेटियों के साथ किया गया अन्यायपूर्ण बेशर्म कृत्य जिसके लिए जाट समाज भाजपा को कभी माफ़ नहीं करेगा। जाट नेताओं का कहना है कि तमाम मुद्दों को लेकर आज हम भाजपा और मोदी सरकार को प्रेस के माध्यम से चेतावनी देना चाहते है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व किसान और जाट समाज पर किए गये कृत्यों के लिए स्पष्टीकरण देते हुए हमारी माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए हमारी सभी मांगे पूरी करने के लिए लिखित में वायदा करे अन्यथा आक्रोशित जाट समाज संगठित होकर लोकसभा चुनाव में हर उस विपक्षी उम्मीदवार को वोट देगा, जो भाजपा के उम्मीदवार को हराने में सक्षम होगा। अगर सत्तारूढ़ भाजपा नहीं चेती तो जाट समाज भाजपा की सरकार को अपने वोट की चोट से उखाड़ फेंकने के लिये काम करेगा? Loksabha Election 2024