सहारनपुर : बुधवार दोपहर बाद अमजद के सात वर्षीय बेटे हुसैन पर तेंदुए ने हमला कर दिया। यह घटना टिटौली गांव की है। तेंदुआ बच्चे को उठाकर भागने लगा, जिसे देखकर बच्चे के चाचा मसरूर ने उसका पीछा किया। खुद को घिरता देख तेंदुआ ने बच्चे को छोड़कर भाग निकला।
तेंदुए के हमले में चाचा-भतीजा दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण:
- दोपहर बाद हुआ हमला: बुधवार दोपहर बाद अमजद का सात वर्षीय बेटा हुसैन घर के आंगन में खेल रहा था।
- तेंदुए ने किया हमला: तभी वहां पर तेंदुआ आ गया और बच्चे को उठाकर खेतों की तरफ भागने लगा।
- चाचा ने किया पीछा: यह देखकर हुसैन के चाचा मसरूर लाठी लेकर तेंदुए के पीछे दौड़ पड़ा।
- तेंदुए ने चाचा पर भी किया हमला: इस पर तेंदुए ने मसरूर पर भी हमला कर दिया।
- ग्रामीणों ने पहुंचाया: इसी दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी वहां पहुंच गए।
- तेंदुआ हुआ फरार: इसके बाद तेंदुआ हुसैन को छोड़कर वहां से भाग निकला।
- दोनों घायल: तेंदुए के हमले में चाचा भतीजे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
- अस्पताल में भर्ती: घायलों को परिजन गंगोह सीएचसी लेकर गए, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। परिजनों ने बताया कि घायलों को करनाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बचाने वाले चाचा का जख्मी होना:
इस घटना में बच्चे के चाचा मसरूर ने साहस दिखाते हुए अपने भतीजे को बचाने की कोशिश की। जिसके कारण वे खुद भी घायल हो गए।
तेंदुए की तलाश:
घटना के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया, लेकिन अभी तक तेंदुआ का कोई पता नहीं चल पाया है। इस घटना से गांव के लोगों में दहशत फैल गई है। लोगो का कहना है कि जंगल से तेंदुआ आकर गांव में घुस आता है।
वन विभाग द्वारा चेतावनी:
वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और जंगल की तरफ न जाने की चेतावनी दी है। यह घटना दर्शाती है कि जंगली जानवरों से मनुष्यों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। हमें वन्यजीवों के प्रति जागरूक रहना होगा और उनसे सुरक्षित दूरी बनाए रखनी होगी।