पीएम मोदी : भारत में चुनावों के दौरान अधिक पैसे का खर्च युवाओं में राजनीति के प्रति निराशा और नकारात्मकता की भावना को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने लोगों से सिर्फ प्रतिनिधि चुनने की राजनीतिक मानसिकता से ऊपर उठने का आह्वान किया और कहा कि राजनीति को हमेशा बड़े कैनवास पर देखा जाना चाहिए। लोकतंत्र में हर मतदाता किसी भी तरह से राजनेता से कम नहीं होता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से सिर्फ प्रतिनिधि चुनने की राजनीतिक मानसिकता से ऊपर उठने का आह्वान किया। दो घंटे लंबी बातचीत के दौरान पीएम मोदी से पूछा गया कि क्या राजनीति में पैसा जरूरी हिस्सा है?
शुक्रवार को जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में पीएम मोदी से कई मुद्दों पर सवाल पूछे गए। उन्होंने पीएम से पूछा कि क्या राजनीति में बहुत सारा पैसा चाहिए? कामथ का सवाल पीएम मोदी के साथ कामथ की दो घंटे लंबी बातचीत के दौरान उनसे (पीएम मोदी) पूछा गया कि क्या राजनीति में पैसा जरूरी हिस्सा है? कामथ ने पीएम मोदी से पूछा कि अगर देश का युवा राजनीति में आना चाहता है तो कहा जाता है कि इसके लिए बहुत पैसे की जरूरत होती है, जो उसके पास नहीं है। स्टार्टअप इंडस्ट्री में जब हमारे पास कोई आइडिया आता है तो हम अपने दोस्तों और परिवार वालों से पैसे लेते हैं। इसे सीड साइकिल कहते हैं। राजनीति में ऐसा कैसे होगा?
पीएम ने सुनाया 250 रुपये में चुनाव लड़ने का किस्सा कामथ के सवाल पर पीएम मोदी ने अपने बचपन के दिनों की एक घटना सुनाई। उन्होंने कहा कि “मुझे अपने बचपन की एक घटना याद है, मेरे गांव में एक डॉक्टर थे। वो एक अच्छे नेत्र विशेषज्ञ थे, वो बहुत देखभाल करने वाले और अच्छे वक्ता भी थे। वो हिंदी गुजराती भी अच्छी बोलते थे। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया।
पीएम मोदी ने बताया कि मैं ‘बाल सेना’ का हिस्सा था और झंडे लेकर घूमता था। पीएम मोदी ने आगे कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए लोगों से एक रुपये का चंदा लिया। एक जनसभा में उन्होंने हिसाब दिया कि उन्हें कितने पैसे मिले। मुझे लगता है कि उन्होंने सिर्फ 250 रुपये खर्च किए, वो मामूली अंतर से जीते थे। कामथ के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह सच नहीं है कि समाज सत्य को स्वीकार नहीं करता है। आपके पास धैर्य और समर्पण होना चाहिए। आपके अंदर ‘ठेका’ वाली भावना नहीं होनी चाहिए, यानी आप सिर्फ वोट के लिए कुछ करते हैं।
इस तरह के रवैये से आप सफल नहीं हो सकते। पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमित राजनीति से बाहर आने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि ”अगर हम समाज से जुड़े किसी काम में शामिल होते हैं तो उसका राजनीतिक असर ज्यादा होता है। अगर कोई छोटा आश्रम चलाता है और लड़कियों को शिक्षा देता है तो वह चुनाव भले ही न लड़े, लेकिन वह राजनीतिक असर डालने की कोशिश जरूर करता है।” PM Modi News
नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया News 14 Today के Facebook पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...