Loksabha Election 2024 : मध्यप्रदेश में INDIA गठबंधन को झटका, सपा प्रत्याशी मेरा यादव का नामांकन निरस्त, भाजपा प्रत्याशी का रास्ता साफ़
Published By Special Desk NEWS14TODAY..
Loksabha Election 2024 : मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले INDIA गठबंधन को करारा झटका लगा है। खजुराहो लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की इकलौती प्रत्याशी का नामांकन पत्र निरस्त हो गया है। गठबंधन होने पर कांग्रेस ने खजुराहो सीट समजवादी के लिए छोड़ी थी। जिसके चलते इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार मीरा दीपनारायण यादव को प्रत्याशी बनाया था। मीरा यादव का नामांकन निरस्त होने की जिला निर्वाचन अधिकारी ने दो वजह बताई हैं।
नामांकन फॉर्म पर प्रत्याशी के दो जगह हस्ताक्षर होते हैं लेकिन मीरा यादव ने केवल एक ही जगह हस्ताक्षर किये हियँ जबकि एक जगह नहीं किए थे। वहीं मतदाता पहचान पत्र की सत्यापित प्रति की जगह पुरानी प्रति नामांकन फार्म के साथ लगाई थी। नामांकन निरस्त होने के बाद सपा प्रत्याशी मीरा यादव के पति दीपनारायण यादव ने हाईकोर्ट में और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त के पास भी जाएंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र की सरेआम हत्या करा दिया है।
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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट से भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष एवं मौजूदा सांसद वीडी शर्मा को उम्मीदवार बनाया हुआ है। वहीं गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी ने मीरा यादव को खजुराहो लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। लेकिन दो गलियों की वजह से मीरा यादव का नामांकन फॉर्म निरस्त कर दिया। जिससे भाजपा प्रत्याशी वीडी शर्मा की राह अब आसान हो गई है। कहा जाए तो छोटी सी भूल की वजह से INDIA गठबंधन ने भाजपा प्रत्याशी को वॉकओवर दे दिया है। Loksabha Election 2024
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उधर सपा प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर भड़ास निकाली है। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया अकॉउंट पर लिखा है कि “खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखने वाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों। ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे। भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी है। इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है।” Loksabha Election 2024
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मीरा के पति दीपनारायण यादव ने कहा कि “गुरुवार को तो अधिकारियों ने वेरिफाई किया था। नियमावली में साफ नियम है कि कुछ कमी है तो निर्वाचन अधिकारी उसमें सुधार के लिए कहता है। गुरुवार को अधिकारियों ने नामांकन को ओके किया था। अब उसमें दो कमियां बताई जा रही हैं। दो जगह प्रत्याशी के दस्तखत होते हैं। एक जगह तो है और दूसरी जगह नहीं है। मतदाता परिचय पत्र की पुरानी सर्टिफाइड कॉपी दी है। उसकी वजह यह है कि हमने दो अप्रैल को आवेदन दिया था। तीन अप्रैल को कॉपी नहीं मिल पाई। हमारे पास जो सर्टिफाइड कॉपी उपलब्ध थी, वह हमने लगा दी।” Loksabha Election 2024
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उन्होंने कहा कि अगर आपको खराब दिख रही थी, पुरानी दिख रही थी तो हमें कहा जाता। हम वह भी उपलब्ध करा देते। हम तीन बजे के पहले सामने थे। कलेक्टर ने मुझसे कहा कि नामांकन निरस्त कर दिया है। हमने कहा कि अभी समय है। तीन बजने में वक्त है। यदि कोई कमी है तो हम उसे ठीक कर देंगे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को लग रहा था कि कमी है तो वह हमें बता सकते थे। हम उसे ठीक कर देते। हम इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पास जाएंगे।” Loksabha Election 2024
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गौरतलब है कि मीरा यादव मध्य प्रदेश की निमाड़ी सीट से विधायक रह चुकी हैं। इतना ही नहीं मीरा यादव के पति दीप नारायण यादव भी उत्तर प्रदेश के जनपद झांसी की गरोठा विधानसभा सीट से दो बार के विधायक हैं। यादव परिवार का राजनीतिक रसूख न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड सहित कई इलाकों में बना हुआ है। यादव समाज का बड़ा चेहरा होने की वजह से दीपनारायण यादव सपा प्रमुख अखिलेश यादव के काफी करीबी हैं। सपा ने पहले मनोज यादव को उम्मीदवार बनाया था। इसके दो दिन बाद ही मनोज यादव का टिकट काटकर मीरा को टिकट दिया गया था। दूसरे चरण के नामांकन के आखिरी दिन यानी चार अप्रैल को ही मीरा ने नामांकन दाखिल किया था। दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। Loksabha Election 2024