GHAZIPUR NEWS : गाजीपुर MP/MLA कोर्ट में टला गैंगेस्टर मामले का फैसला, अब 29 अप्रैल को आएगा फैसला
EDITED BY ANIL KATARIYA
GHAZIPUR NEWS गाजीपुर : गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने आज गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी (AFZAL ANSARI) और उनके छोटे भाई मुख्तार अंसारी (MUKHTAR ANSARI) पर गैंगेस्टर मामलों के तहत कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या के मुकदमा का फैसला आज टालते हुए अगली तारीख 29 अप्रैल दे दी है। जबकि इस फैसले पर गाजीपुर समेत समूचे उत्तर प्रदेश की नजर टिकी थी।
इस मामले में मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली ने बताया कि स्व. कृष्णानंद राय का मुकदमा 2007 में गैंगस्टर (GANGSTER) मामलों में दर्ज हुआ था। जिसमें सुनवाई 1 अप्रैल 2023 को पूरी कर ली गई थी और आज 15 अप्रैल फैसले की तारीख रखी गयी थी। लेकिन आज न्यायाधीश महोदय के अनुपस्थित रहने के कारण इस फैसले की अगली तारीख 29 अप्रैल दे दी गई है। GHAZIPUR NEWS
उन्होंने बताया कि कानून के अनुसार अगली तारीख पर उन्हें बहस का एक मौका और मिलना चाहिए। जिससे कि उनके मुकविल को न्याय मिल सके। इस मामले में कई गवाह गुजरे हैं और उनके मुवक्किल अंसारी इस मामले में पूरी तरह से दोषी है। जबकि मूल केस में बरी भी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आज अफजाल अंसारी सशरीर कोर्ट (GHAZIPUR COURT) में उपस्थित थे। चूंकि जज साहब आज छुट्टी पर थे इसलिए मुख्तार अंसारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बांदा जेल से उपस्थित नहीं हुए थे।
उन्होंने उम्मीद जताई है कि 29 अप्रैल को उन लोगों के साथ न्याय होगा। अब देखना है कि 29 अप्रैल को विद्वान न्यायाधीश क्या फैसला देते हैं क्योंकि 29 नवंबर 2005 को कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या गाजीपुर की बसनियाँ चट्टी पर स्वचालित हथियारों से कर दी गई थी। जिसके मूल केस में यह दोनों भाई 2019 में बरी हो चुके हैं, लेकिन तत्कालीन बसपा सरकार ने 2007 में इस मामले को गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कोर्ट में दर्ज कराया था। जिसका कि मुकदमा 16 साल बाद आज फैसले में लगा था, क्योंकि आज जज अनुपस्थित थे, इस वजह से इस केस का फैसला आगामी 29 अप्रैल को फिर से पड़ा है। GHAZIPUR NEWS
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी को पहले भी इसी गैंगस्टर कोर्ट से एक दूसरे मामले में 10 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। जबकि अफजाल अंसारी अभी तक किसी भी मामले में दोषी करार नहीं दिए गए हैं और अगर अफजाल अंसारी के खिलाफ फैसला 2 साल या उससे ज्यादा आता है तो उनकी संसद सदस्यता पर भी खतरा मंडराता दिख रहा है। जिसकी वजह से गाजीपुर में राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म है। GHAZIPUR NEWS