अलीगढ़ : अलीगढ जिले में तहसील अधिकारीयों का हैरान करने वाला कारनामा सामने आया है। अधिकारियों के कारनामे की वजह से एक होनहार छात्रा नीट परीक्षा से वंचित रह गई। क्योंकि अधिकारियों ने छात्रा नेहा कशयप का जाति प्रमाण पत्र एक दो बार नहीं बल्कि तीन बार निरस्त कर दिया। छात्रा के मुताबिक आवेदन के साथ लगी फोटो में वह सिर पर दुपट्टा रखे हुए थी। तीन बार आवेदन निरस्त करने पर छात्रा ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं मामले का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी ने जांच बैठा दी है।
अलीगढ़ की अतरौली तहसील के गांव मंजूरगढ़ी निवासी पीड़ित छात्रा हेमा का कहना है कि वह पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र के लिए तीन बार आवेदन कर चुकी है। पहली बार ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन बिना कोई स्पष्ट कारण बताए उसे निरस्त कर दिया गया। दूसरी बार आवेदन किया तो फोटो में सिर पर दुपट्टा होने के कारण फिर से आवेदन निरस्त कर दिया गया। तीसरी बार उसने बिना दुपट्टे के फोटो के साथ आवेदन किया, लेकिन तब भी प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ। उसने लगातार तीन बार ओबीसी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है।
छात्रा हेमा कश्यप ने बताया कि वह पिछले एक साल से नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी। लेकिन ओबीसी प्रमाण पत्र न होने के कारण वह परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाई थी। हेमा का कहना है कि सिर पर दुपट्टा रखना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। गर्मी से बचने के लिए उसने दुपट्टा डाला था। फोटो में चेहरा साफ दिख रहा था, फिर भी इस आधार पर आवेदन निरस्त करना अन्याय है।