Published By Roshan Lal Saini
UP Political News : लोकसभा चुनाव से पहले समाजवावादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आजीवन प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वर्गीय चौधरी रामशरण दास के पुत्र जगपाल दास गुर्जर सपा की साइकिल छोड़ राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए हैं। जगपाल दास के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थकोंने भी रालोद का दामन थाम लिया है।
रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की मौजूदगी में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यलय नई दिल्ली में रालोद की सदस्यता ग्रहणकर ली है। जगपाल दास गुर्जर जन्म से ही समाजवादी पार्टी के सदस्य और प्रदेश उपाध्यक्ष समेत विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। पार्टी में अपनी उपेक्षा के चलते उन्होंने दो दिन पहले समाजवादी पार्टी और जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट से इस्तीफा दे दिया था। UP Political News
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आपको बता दें कि सपा से इस्तीफा देने के बाद से ही जगपाल दास गुर्जर के राष्ट्रीय लोकदल में जाने की चर्चाएं अटकलें तेज हो गई थी। सोमवार को सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे जगपाल दास गुर्जर अपने समर्थकों के साथ रालोद के नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय पहुँच गए। जहां उन्होंने रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में शक्रिय समर्थक भी मौजूद रहे। सपा छोड़ राष्ट्रीय लोक दल में जाना समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। UP Political News
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पश्चमी उत्तर प्रदेश की राजनीती में दमदार गुुर्जर नेता रहे चौ. रामशरण दास समाजवादी पार्टी के आजीवन प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। स्व. चौ. रामशरण दास पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्व. मुलायम सिंह यादव के सबसे ज्यादा नजदीकी माने जाते थे। यही वजह रही कि उनके पुत्र जगपाल दास गुर्जर भी मुलायम सिंह के बाद सपा प्रमुख एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चहेते रहे हैं।
बावजूद इसके चौ. जगपाल दास गुर्जर के साइकिल से नाता तोड़कर रालोद का हैंडपंप चलाने के निर्णय लिया है। जिसके बाद से सपा और पश्चमी उत्तर प्रदेश की राजनीती में खलबली मची है। जगपाल दास के राष्ट्रीय लोकदल में शामिल होनेके बाद जहां कार्यकर्ताओं में खासा जोश नजर आ रहा है वहीं समाजवादी पार्टी के लिए यह बड़ा झटका भी माना जा रहा है। UP Political News
चौ. जगपाल दास का राजनीतिक सफर स्व. चौ. रामशरण दास के जीवनकाल से ही शुरू हो गया था। इसके बावजूद समाजवादी चिंतक होने के नाते चौ. रामशरण दास ने परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देते हुए जगपाल दास को राजनीति में कभी सक्रिय भूमिका नहीं निभाने दी थी। UP Political News
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समाजवादी पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद भी जगपाल दास के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के परिवार से करीबी रिश्ते जगजाहिर हैं। ऐसे में जगपाल के अचानक पार्टी छोड़कर जाने से समाजवादी भी हैरान हैं। कुल मिलाकर जगपाल दास के रालोद में शामिल होने से जिले में रालोद का कुनबा बढ़ा जरूर है। देखना अब यह है कि जगपाल के रालोद में जाने से जाट-गुर्जर समीकरण लोकसभा चुनाव में क्या गुल खिलाता है। UP Political News