वाराणसी : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के खिलाफ वाराणसी में गुस्सा देखने को मिल रहा है। सोमवार को जिले के लमही में सुभाष मंदिर के सामने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का प्रतीकात्मक पुतला फूंका गया। इस दौरान राष्ट्रीय मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने ममता बनर्जी सरकार को बर्खास्त कर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
सोमवार को लमही में सुभाष मंदिर के सामने समाजसेवियों ने ममता बनर्जी का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भारत के प्रधानमंत्री से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग की। महिलाओं ने तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया, जिस पर लिखा था कि ‘देश की जनता करे पुकार, हिंदुओं को बचाओ सरकार। वक्फ बिल तो बहाना है, देश के हिंदू निशाने पर हैं। ममता बनर्जी को गिरफ्तार करो।’
विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव ने कहा कि पश्चिम बंगाल हिंदुओं के लिए असुरक्षित हो गया है। किसी न किसी बहाने हिंदुओं की खुलेआम हत्या की जा रही है। उन्हें भगाया जा रहा है और उनकी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पर तभी अंकुश लगेगा जब ममता बनर्जी जैसी नेताओं को जेल भेजा जाएगा। राष्ट्रीय मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल हिंदुओं के मानवाधिकार हनन का केंद्र बन गया है। दुनिया हिंदुओं की चीखें नहीं सुन पा रही है। अब ऐसे नेताओं का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाना चाहिए।
दरअसल शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के कई इलाकों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था। हिंसक प्रदर्शन के दौरान यहां तीन लोगों की मौत हो गई थी। मामले को गंभीर होते देख कलकत्ता हाईकोर्ट ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था। हिंसा के दौरान अब तक 138 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। Varanasi News