हरियाणा चुनाव : हाल ही में चर्चाओं में रही विनेश फोगाट को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है साल 2023 में महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की अगुआई में पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया था। और यह धरना करीब 140 दिन तक चला था।
जिसमे विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत भी लिखा था, और कहा था कि वे अपने सारे मेडल लौटा देंगी। इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी और पहलवान बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के बाहर रख दिया था। ओलम्पिक 2024 में सेमीफइनल में जीत के बाद फाइनल में 100 ग्राम वजन बढ़ने से विनेश फोगाट को अनफिट करार दे दिया गया था जिसके बाद विनेश ने कुस्ती से सन्यास ले लिया। पेरिस से वापस लौटी तो हरियाणा पंजाब में उसका भव्ये स्वागत हुआ।
आपको बता दें कि हरियाणा में विधान सभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। जहां सत्तारूढ़ भाजपा नायब सैनी के चेहरे को आगे कर पिछड़े वर्ग को भुनाने की कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी युवाओं के सहारे सियासी नाव पार लगाने का मन बना लिया है। यही वजह है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट मुलाक़ात कर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। चुनाव से ठीक पहले दोनों पहलवानो की राहुल गाँधी से हुई मुलाक़ात से साफ़ हो गया है कि पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने के मूड में हैं। यानि कांग्रेस पार्टी दोनों पहलवानों को आगामी हरियाणा विधानसभा के चुनावी मैदान में उतारने जा रही है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक़ बजरंग पुनिया विधानसभा बादली के मैदान में दम दिखाएँगे तो वहीं विनेश फोघाट अपनी ससुराल की विधानसभा सीट जुलाना में चुनावी जोर आजमाइश कर सकती हैं। हालांकि कांग्रेस ने विनेश फोगाट को 3 और बजरंग पुनिया को 2 सीटों पर चुनाव लड़ने ऑफर दिया है। जबकि कांग्रेस ने दोनों पहलवानों को लेकर आगे की रणनीति नहीं बताई। पार्टी हाईकमान का कहना है कि इस पर फैसला गुरुवार तक ही होने की संभावना है। Haryana Election
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ऐसे में देखने वाली वाली बात यह होगी कि कांग्रेस दोनों पहलवानों को मैदान में उतारेगी या उनमें से किसी एक पर समझौता करेगी। 30 साल के बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट दोनों पिछले साल पूर्व भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बने थे। Haryana Election
सांसद राहुल गांधी से मिलने के बाद वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मिले बताया जा रहा है की उनकी करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। वही विनेश के ताऊ महावीर फोगाट का हकना है की विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस जॉइन करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। दोनों कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। अब इसमें कितनी सच्चाई है ये तो बाद में ही पता चलेगा । कांग्रेस के सूत्र बताते है की पार्टी विनेश को 3 और बजरंग को 2 सीटों से चुनाव लड़ने का ऑप्शन दे चुकी है। और विनेश फोगाट अपने ससुराल जींद के जुलाना या दादरी और बजरंग पूनिया झज्जर के बादली से चुनाव लड़ सकते हैं। Haryana Election
विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में हरियाणा चुनाव लड़ेंगे, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से की मुलाकात
हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने मंगलवार को यह भी कहा था की चुनाव लड़ने का फैसला विनेश फोगाट का होगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की कोशिश है कि दोनों को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर पहलवान आंदोलन को BJP के खिलाफ भुनाया जा सके। वहीँ बजरंग पूनिया के चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस को पॉजिटिव संकेत मिले हैं, लेकिन बात विनेश पर टिकी हुई है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट को जिन 3 सीटों का ऑफर दिया गया है, उनमें पहली 2 सीटें चरखी दादरी और बाढड़ा हैं। वे इसी जिले के बलाली गांव की रहने वाली हैं। विनेश अगर दादरी से हामी भरेंगी तो उनका मुकाबला चचेरी बहन दंगल गर्ल बबीता फोगाट से हो सकता है। Haryana Election
बबीता यहां से 2019 में BJP के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं, लेकिन हार गईं थी और इस बार भी वे टिकट की दावेदार हैं। विनेश को तीसरा ऑप्शन जींद की जुलाना सीट का दिया गया है। कांग्रेस के मुताबिक बजरंग पूनिया को भी दो सीटों का ऑफर दिया गया है। बजरंग सोनीपत से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन यहां से कांग्रेस मौजूदा विधायक सुरेंद्र पंवार को ही टिकट देना चाहती है। पंवार अभी ED केस में जेल में बंद हैं। वे चुनाव न लड़े तो उनके बेटे या बहू को टिकट मिल सकता है। कांग्रेस उनका टिकट काटकर यह संकेत नहीं देना चाहती कि मुसीबत के वक्त नेता का साथ छोड़ दिया। Haryana Election
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बजरंग ने झज्जर की बादली सीट में भी दिलचस्पी दिखाई है, लेकिन यहां से कांग्रेस को मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स का टिकट काटना पड़ेगा। वत्स बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं, इसलिए कांग्रेस अगर उनका टिकट काटती है तो ब्राह्मण वोट बैंक नाराज हो सकता है। बजरंग को कांग्रेस की तरफ से बहादुरगढ़ और भिवानी का ऑप्शन दिया गया है। ये दोनों जाट बाहुल्य सीट हैं। कांग्रेस के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में भूपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को टिकट देने की पैरवी की। हुड्डा ने कहा कि पहलवानों के साथ खड़े होने से हरियाणा में लोगों का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में आएगा। केंद्रीय चुनाव समिति ने इसके लिए चर्चा के बाद हामी भर दी। हालांकि, चुनाव लड़ने या न लड़ने और सीट चुनने का फैसला विनेश और बजरंग पर छोड़ दिया है। Haryana Election
कांग्रेस की पहली सूची बुधवार देर रात या फिर गुरुवार को जारी हो सकती है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से बताया गया था कि पार्टी ने सीईसी की बैठक में राज्य की 90 में 66 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। सूत्रों के अनुसार ऐसा हो सकता है कि कांग्रेस की पहली सूची में दोनों खिलाड़ियों का नाम न भी हो, लेकिन ताजा हालातों को देखते हुए अब दोनों खिलाड़ियों के चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। वही खिलाड़ियों को नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ना होता है। विनेश फोगाट के पास अभी कोई नौकरी नहीं है। ऐसे में उनके सामने ऐसा कोई संकट नहीं है। और राहुल गाँधी से मुलाकात कही न कही इशारा कर रही की विनेश फोगाट को टिकट दिया जा रखता है। Haryana Election
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