Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders : विवादित ब्यानों के बाद कांग्रेस का दोहरा व्यवहार, इमरान मसूद का स्वागत और रमेश बिधूड़ी को खरी-खोटी ?
Published By Roshan Lal Saini
Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders : अपने विवादित ब्यानों के चलते सुर्ख़ियों में रहने वाले इमरान मसूद सपा की साइकिल से उतर कर बसपा के रास्ते कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं। यानि 7 अक्टूबर शनिवार को बसपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने जा रहे हैं। इसी बीच विवादित ब्यानों के बाद राजनितिक गलियारों में न सिर्फ हल चल मची हुई बल्कि कांग्रेस हाईकमान की नीतियों पर भी सवाल उठने लगे हैं। सदन में बसपा सांसद दानिश अली पर भड़के भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी को कांग्रेस नेता खरी खोटी सुना रहे हैं वहीं नरेंद्र मोदी की बोटी बोटी काटने की धमकी देने वाले इमरान मसूद का स्वागत कर रहे हैं। कांग्रेस हाईकमान इमरान मसूद को 7 अक्टूबर को कांग्रेस में शामिल करने जा रहा है। लेकिन राजनितिक जानकारों के मुताबिक़ इमरान मसूद जैसे नेताओं की बद जुबानी अच्छे खासे माहौल को सांप्रदायिक बना देती है। यही वजह है कि इस तरह के बयानबाजी से वोटों का भी ध्रुवीकरण होता है। वर्तमान की राजनीति में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बीजेपी समेत तमाम राजनितिक पार्टियां यही काम कर रही हैं।
आपको बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इमरान मसूद को कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा प्रयाशी बनाया था। चुनाव जीतने के लिए इमरान मसूद जी जान से प्रचार कर रहे थे। इसी बीच इमरान मसूद का 13 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो गया। इस वीडियो में प्रचार करते हुए इमरान मसूद नरेंद्र मोदी की बोटी-बोटी काटने की धमकी दे रहे थे। इमरान मसूद ने नरेंद्र मोदी की ‘बोटी-बोटी’ कर देने की धमकी दी थी। इतना ही नहीं इमरान मसूद बोल रहे थे कि “गुजरात में तो 4 केवल फीसदी मुसलमान हैं, लेकिन यूपी में 42 फीसदी हैं। हम जान से मार देंगे”। जिसके बाद सहारनपुर पुलिस ने इमरान मसूद के खिलाफ न सिर्फ मुकदमा दर्ज करना पड़ा बल्कि इमरान को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था। 2024 के चुनाव से ठीक पहले बसपा से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद का कांग्रेस पार्टी में स्वागत किया जा रहा है। या यु कहे कि कांग्रेस छोड़ सपा में गए इमरान मसूद अब बसपा के रास्ते दस साल बाद एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders
इमरान मसूद उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कांग्रेस उन्हें इस बार फिर से लोकसभा प्रत्याशी बनाएगी। कांग्रेस से लोकसभा टिकट को लेकर इमरान मसूद पूरी तरह आश्वस्त भी नजर आ रहे हैं। लेकिन इमरान मसूद की कांग्रेस वापसी से पहले सवाल यह उठने लगा है कि राहुल गांधी इमरान की कांग्रेस में एंट्री कैसे होने दे रहे हैं? क्योंकि संसद में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने जब दानिश अली और उनकी धार्मिक पहचान लेकर जब अपशब्द कहे तो इसके विरोध में राहुल गांधी ने दानिश अली के घर जाकर अपनी संवेदना जाहिर की थी। इससे साफ़ जाहिर हुआ कि राहुल गांधी संदेश देना चाहते थे कि उन्हें किसी भी तरह की बदजुबानी पसंद नहीं है। किसी भी नेता या जनमानस को धार्मिक और व्यक्तिगत बुरा भला कहना तो किसी भी कीमत पर भी कबूल नहीं है। बावजूद इसके इमरान मसूद की बदजुबानी को अनदेखा करना राहुल गांधी नीतियों पर सवाल खड़े कर रहा है। इमरान मसूद का स्वागत कर कांग्रेस पार्टी यहां एक ओर संदेश देना चाहती है अगर कोई नेता बीजेपी नेताओं के खिलाफ या व्यक्तिगत कुछ बुरा-भला, अनाप-सनाप बोलने के साथ जान से मारने की धमकी देता है तो वह सही है। इमरान मसूद की दस साल बाद फिर से ‘घर-वापसी’ तो इसी ओर इशारा कर रही है। Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders
इमरान मसूद की बाद जुबानी भाजपा नेताओं के खिलाफ ही नहीं खुद के लिए भी अनाप सनाप बोलते रहते हैं। अगर 2022 के विधानसभा चुनाव बात करें तो इमरान मसूद कांग्रेस छोड़ सपा की साइकिल पर सवार हुए थे। जिस वक्त समाजवादी पार्टी हाईकमान विधानसभा के लिए टिकट बांट रहे थे। उस बीच इमरान मसूद का 18 सेकंड का एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो गया। इस वीडियो इमरान मसूद खुद को न सिर्फ कुत्ता बताते नजर आये बल्कि पार्टी नेताओं के पैर पकड़ने की बात स्वीकार कर रहे थे। इमरान मसूद बोल रहे थे कि “दुआ करो अल्लाह से.बहुत मना लिया अबे दूसरों के पैर पकड़वा रहे हो, तुम मुसलमान-मुसलमान सीधे हो जाए, मेरे से क्यों पैर पकड़वा रहे हो, तो सारे मेरे पकड़ते फिरेंगे. मुझे पैर पकड़वा दिए, मेरा कुत्ता बना दिया। कुत्ता बना दिया कुत्ता” Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders
इमरान मसूद ने 2022 के पहले दिन ही कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में जाने का ऐलान किया था। जबकि 17 जनवरी कोउनका यह वीडियो सामने आया था। वायरल वीडियो में इमरान मसूद द्वारा की गई बातों के मायने निकाले गए थे कि इमरान मसूद को समाजवादी पार्टी में नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी से इमरान की बात बिगड़ गई। हालांकि इसके बाद इमरान मसूद ने प्रेस वार्ता कर बताया कि वे समाजवादी पार्टी के सिपाही हैं और वो टिकट लेने के लिए समाजवादी पार्टी में नहीं आए। 2022 के चुनाव में इमरान मसूद की बदौलत समाजवादी पार्टी के दो प्रत्याशी जीत कर आये जबकि 3 प्रत्याशी उपविजेता रहे। लेकिन इस चुनाव में इमरान मसूद को सपा ने प्रत्याशी नहीं बनाया था। Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders
जैसे ही नगर निकाय चुनाव नजदीक आये तो महापौर सीट के लिए टिकट को लेकर एक बार फिर से इमरान मसूद ने दावेदारी की तो सपा ने मना कर दिया। जिसके चलते इमरान मसूद सशर्त सपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए। बसपा के टिकट पर भाभी खदीजा मसूद को महापौर का चुनाव लड़ाया और उपविजेता रहे। लेकिन बदजुबानी के चलते बीएसपी से भी इमरान मसूद बड़े बेआबरू होकर केवल इसलिए निकाल दिए गए। एक इंटरव्यू दौरान इमरान मसूद ने राहुल और प्रियंका गांधी की तारीफ की थी। कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव के पद पर रहे इमरान मसूद ने गृह जनपद सहारनपुर में अपना जनाधार तैयार कर लिया है। 2017 चुनाव में उन्होंने कांग्रेस को 2 सीटें दिलाकर यह साबित कर दिया था। Congress Dual Policy Bad Mouthed Leaders
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