Nitish Kumar News : नितीश कुमार की हो सकती है घर वापसी, बिहार की राजनीती में चर्चाएं तेज
Published By Anil Katariya
Nitish Kumar News : लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में बड़े फेर बदल की अटकलें तेज होने लगी है। कुछ समय से विपक्षी दलों से नाराज चल रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बार फिर भाजपा के संपर्क में होने की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। शायद यही वजह है कि राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी इशारों में नीतीश पर हमला कर रही हैं। नीतीश कुमार और लालू परिवार की आपसी कलह अब जग जाहिर होने लगी है। सूत्रों की माने तो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भाजपा में वापसी हो सकती है। राजनितिक गलियारों में इस मामले को लेकर चर्चाएं और भी तेज हो गई हैं।
ये भी पढ़िए … आखिर किसी से क्यों डर रहे पीएम मोदी और सत्ता काबिज भाजपा?
सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में बनाये हुए हैं। नीतीश कुमार के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से करीब 3 घंटे तक चर्चा की है। ऐसे में अगर यह दावा सही होता है तो बिहार की सियासत में जल्द ही बड़ा बदलाव आने वाला है। नितीश कुमार के भाजपा में जाने पर बिहार की सियासत में हल-चल मचना भी लाज़मी है। Nitish Kumar News
ये भी देखिये… जब पत्रकार ने कांग्रेस नेता से पूछा सवाल, भागते नजर आए कोंग्रेसी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 30 जनवरी को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पूर्णिया में होने वाली रैली में नहीं शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 जनवरी को नीतीश का पटना में ही सरकारी कार्यक्रम लगा हुआ है और उनका पूर्णिया की रैली में जाना किसी भी तरह संभव नहीं है। जिसके चलते नीतीश कुमार के इस फैसले को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। वहीं नितीश कुमार के इस फैसले से INDIA गठबंधन के साथ-साथ महागठबंधन का भविष्य खतरे में नजर आने लगा है। जिससे कांग्रेस नेताओं के चेहरों पर चुनाव से पहले ही मायूसी छाने लगी है। Nitish Kumar News
ये भी पढ़िए … यूपी में सीट बंटवारा महागठबंधन के लिए होगी बड़ी चुनौती, हर दल कर रहा मांग
गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री एक इंटरव्यू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नीतीश से जुड़ा सवाल किया गया था। उनसे पूछे गया- “पुराने साथी जो छोड़कर गए थे नीतीश कुमार आदि, ये आना चाहेंगे तो क्या रास्ते खुले हैं?” इसके जवाब में अमित शाह ने कहा था कि “जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा।” बता दें कि इससे पहले भाजपा नेताओं द्वारा नीतीश से किसी भी तरह के गठबंधन को लेकर सीधे इनकार किया जाता था। हालांकि, नीतीश को लेकर अमित शाह के इस बयान ने नई सियासी चर्चा शुरू कर दी थी। Nitish Kumar News
ये भी देखिए … अधूरा काम छोड़कर भागे ठेकेदारों पर होगा मुकदमा दर्ज़, होंगे ब्लैक लिस्टेड
ऐसे में अगर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर गौर फरमाए तो उन्होंने कहा कि “अगर किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा।” यहां तीनो शब्द अहम हैं ‘किसी’, ‘प्रस्ताव’ और ‘विचार’। किसी का मतलब सवाल में ही है और वो हैं नीतीश कुमार। अब बात प्रस्ताव की, यानी नीतीश अगर ऑफर देंगे तब। तीसरी बात विचार। यानी इस बार बीजेपी ऑफर आने पर कबूल नहीं करेगी। वो ऑफर कबूल करने के लिए शर्त भी रख सकती है, क्योंकि विचार तभी किया जाता है जब कुछ तय करना हो, अपनी बात स्पष्ट कहनी हो तो ये तो चाहिए ही चाहिए। खैर, अभी तो सब कयास हैं लेकिन सियासी सरगर्मी इशारे तो दे ही रही है। Nitish Kumar News
ये भी पढ़िए … जेल में रहते राज्यसभा चुनाव लड़ेंगे AAP नेता संजय सिंह, कोर्ट ने दी अनुमति