Published By Anil Katariya
Mayawati Make Political Moves Before Elections : 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जहां सत्तारूढ़ बीजेपी भगवान् श्रीराम मंदिर उद्घाटन करने जा रही है वहीं तमाम विपक्षी दल महागठबंधन कर भाजपा को घेरने की तैयारी में जुटे हैं। जबकि बसपा बड़ा सियासी दांव खेलने की जुगत में लगी है। शायद यही वजह है कि बसपा सुप्रीमो मायावती शांत बैठी हुई हैं।
राजनितिक जानकारों का मानना है कि चुनाव से ठीक पहले बसपा सुप्रीमो मायावती बड़ा सियासी दांव खेलकर सबको चौंका सकती हैं। 15 जनवरी को मायावती अपना जन्मदिन मनाने जा रही हैं। संभावना जताई जा रही है कि बसपा सुप्रीमो इस अवसर पर कोई बड़ा ऐलान कर सकती हैं।
राजनैतिक विश्लेषक प्रमोद गोस्वामी का कहना है कि अगर बसपा विपक्षी गठबंधन में शामिल होती हैं तो भाजपा को खासा नुकसान हो सकता है। वर्तमान मायावती यूपी की सबसे बड़ी दलित नेता है हालांकि पहले की अपेक्षा मायावती और बसपा कमजोर हुई है। गोस्वामी ने कहा कि मायावती का टेंटुआ केंद्र सरकार के पास है। वहीं से ये तय होगा कि मायावती किसके साथ जाएंगी। जितना टेंटुआ दबेगा, उसी हिसाब से फैसला होगा। Mayawati Make Political Moves Before Elections
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अंबेडकरवादी विचारक गौतम राणे सागर का कहना है कि आज भी मायावती यूपी की सबसे बड़ी दलित नेता हैं। मायावती के समक्ष मजबूरी है कि वो इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं हो सकती। जब तक उनके पास इंटेलिजेंस की रिपोर्ट नहीं पहुंच जाती या जब तक बीजेपी का निर्देश नहीं आ जाता, वो तब तक गठबंधन में शामिल नहीं होंगी। हालांकि उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि बसपा का वोट ट्रांसफर होता है।
मायावती जिसके साथ जाती हैं, उनका वोट उसे मिल जाता है। गौतम के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ गठबंधन भाजपा के निर्देशानुसार किया था। वो सपा के साथ गठबंधन में जरुर थीं लेकिन कहीं और से गाइड हो रही थीं। Mayawati Make Political Moves Before Elections
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वरिष्ठ पत्रकार सुरेंंद्र दुबे ने कहा कि मायावती के समक्ष कई चुनौतियां हैं। वो इस वक्त दबाव में हैं। उन्हें खुद को भी बचाना है और पार्टी को भी बचाना है। कई सालों से वो घाटे में चल रहीं हैं। उन्हें मालूम है कि उनकी बादशाहत नहीं आने वाली है। अब दलित राजनीतिक रुप से बदल गए हैं और मजबूत भी हो गए हैं। वर्तमान अवस्था में मायावती बहुत मजबूत नहीं हैं और पूरी लड़ाई भाजपा और सपा के बीच ही रहेगी। Mayawati Make Political Moves Before Elections
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वहीं पत्रकार प्रदीप कपूर ने कहा कि मायावती अकेले ही लड़ना चाहती हैं। बीजेपी भी ऐसा ही चाहती है। मायावती के अकेले लड़ने से ही बीजेपी को फायदा है। मायावती कोई ऐसा काम नहीं करेंगी, जिससे बीजेपी को नुकसान हो। प्रदीप कपूर के अनुसार समाजवादी पार्टी ही चाहती है कि मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल हो। Mayawati Make Political Moves Before Elections
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