सहारनपुर : सहारनपुर के गांव सांगाठेड़ा में हुई इस जघन्य हत्या ने हर दिल को झकझोर कर रख दिया है। मासूम बच्चों की हत्या के बाद गांव में गम का माहौल है। गांव में ही नहीं पुरे इलाके में हर कोई सदमे से उभर नहीं पा रहा है। हर किसी के कानों में बच्चों की चीखे जाने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दिल दिमाग से घटना का दृश्य नहीं हट रहा है। चारों तरफ दर्द और गम का माहौल देखा जा रहा है। पिछले दो दिन से किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों ने रोजा इफ्तार भी नहीं किया। रविवार की शाम नम आँखों से तीनों बच्चों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हत्यारोपी पिता की गिरफ्तारी के बाद नए नए खुलासे हो रहे हैं।

शनिवार की दोपहर भाजपा नेता योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी, बेटी और दो बेटों को गोली मार दी। जिससे तीनो बच्चों की मौत हो गई जबकि पत्नी नेता चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में जिंदगी मौत की जंग लड़ रही है। डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद पत्नी और तीन बच्चे खून से लथपथ पड़े थे। तब कुछ लोगों ने घायलों को अस्पताल ले जाने लगे तो इस बीच कई ग्रामीणों ने हत्यारे योगेश की करतूतों के बारे में जिक्र किया और कहा कि सोचो….. यह आदमी पहले भी कई लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसा चुका है। इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद कितनो को फंसा सकता है ? योगेश के कारनामों के बारे में सुनते ही ग्रामीणों के कदम रुक गए। जिसके बाद घायल पत्नी और एक बेटे को वहीँ गली में रख कर पुलिस और एबुलेंस का इन्तजार करने लगे।
उस वक्त सभी ग्रामीण इस कशमकश में पड़ गए कि घ्यालों को बचाये या खुद पर लगने वाले योगेश के फर्जी आरोपों से बचाया जाए। क्योंकि भाजपा नेता की गुंडागर्दी और करतूतों के चलते दर्जनों ग्रामीण फर्जी मुकदमे झेल रहे हैं। वह सब याद कर घायलों को लेकर अस्पताल जा रहे ग्रामीण घबरा गए। किसी ने घायल नेहा और बेटे को संभालने की हिम्मत नहीं जुटाई। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और नेहा और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया।

पुरे मामले में पत्नी नेहा के परिजनों से बात की गई तो उन्होंने बताया योगेश पिछले तीन-चार साल से तांत्रिकों के संपर्क में था। किसी ने उसके दिमाग में यह शंका पैदा कर दी थी कि उसकी पत्नी नेहा पर किसी ने जादू टोना किया हुआ है। जिसके चलते योगेश कथित जादू टोना का हल ढूंढने के लिए बार-बार तांत्रिकों के पास जाता था। तांत्रिकों के पास लगातार जाने पर बढे अंधविश्वास और संदेह से उसके मन में एक और भयावह संदेह पैदा होने लगा था। उसके दिमाग में यह बात घर कर कि उसका तीसरा बेटा असल में उसका अपना नहीं है। अंधविश्वास, वहम और पागलपन के इस भंवर में फंसकर वह अपने ही परिवार का दुश्मन बन बैठा। आखिरकार इस जहरीले शक ने उसे इतना क्रूर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। शनिवार सनकी हो चुके योगेश ने अपनी पत्नी नेहा, बेटी श्रद्धा, बेटे शिवांश और देवांश के सिर में गोली मार दी। जिससे तीनों बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि पत्नी नेहा जिंदगी की जंग लड़ रही हैं।
थाना गंगोह इलाके के गांव सांगाठेड़ा में हुए जघन्य हत्याकांड से हर किसी की रूह कांप गई। शासन ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। हत्या के आरोपी योगेश रोहिला भाजपा में कब और किस पद पर रहा। अब इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। बच्चों की हत्या का मामला शासन तक पहुंच गया। शासन ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। जिला अध्यक्ष को बुलाकर रिपोर्ट देने को कहा गया है। क्योंकि हत्या का आरोपी योगेश रोहिला भाजपा में विभिन्न पदों पर रह चुका है। वह कब और कितने दिनों तक कौन से पदों पर रहा। इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजनी है, ताकि समय रहते रिपोर्ट का आकलन कर आगे की कार्रवाई की जा सके।

रविवार को गमगीन माहौल में तीनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। आसपास के गाँवों के लोगों की भीड़ अंतिम दर्शनों को पहुंची थी। योगेश की मौसी मीना ने बताया कि रोहिला भाजपा की जिला कार्यसमिति के सदस्य हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे योगेश बाहर से आए और घर के अंदर जाकर कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। करीब दो बजे कमरे से एक के बाद एक कई गोलियों की आवाज आई। इस पर उसी घर के दूसरे हिस्से में रह रही योगेश की मौसी मीना और अन्य परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। योगेश ने दरवाजा खोला और ऊंची आवाज में कहा कि मैंने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को गोली मार दी है। यह सुनकर परिजन सन्न रह गए। अंदर जाकर देखा तो चारों खून से लथपथ हालत में पड़े थे। श्रद्धा की मौत हो चुकी थी, जबकि पत्नी और अन्य दो बच्चे जमीन पड़े दर्द से तड़प रहे थे। सभी के सिर में गोली मारी गई थी।

हैरत की बात तो ये है कि आरोपी योगेश ने एसएसपी, सीओ और गंगोह कोतवाल को फोन कर कहा कि मैंने परिवार को मार दिया है। मैं भी खुद को गोली मार लूंगा, जल्दी आ जा। सूचना मिलते ही एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और एसपी ग्रामीण सागर जैन समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही पकड़ लिया। लाइसेंसी पिस्टल भी जब्त कर ली गई है। घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां शिवांश और देवांश की भी मौत हो गई। पत्नी नेहा को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरानहत्यारे पिता योगेश ने बताया कि तीनों बच्चे मां का साथ देते थे। जब भी झगड़ा होता था तो बच्चे कहते थे कि पापा आप गलत हो, मम्मी सही है। इसीलिए उसने उन्हें भी गोली मार दी। इस खौफनाक घटना को अंजाम देते वक्त उसके हाथ नहीं कांपे। हवालात में बंद होने पर उसके चेहरे पर ज़रा शिकन नहीं थी। थाना अध्यक्ष पियूष दीक्षित ने बताया कि हत्यारोपी योगेश को गिरफ्तार कर हवालात में बंद किया। जहां उसे अपने बच्चों की हत्या करने का जरा भी अफसोश नहीं है। रात को वह खर्राटे भर नींद सोया। जब सुबह जागा तो उसने बिना नहाये नाश्ता-खाना खाने से भी मना कर दिया। जांच में पता चला कि योगेश मानसिक तनाव से गुजर रहा था। Saharanpur News