Saharanpur Politics : सांसद के भतीजे ने उड़ाया संविधान कामज़ाक, पक्ष में उतरे सांसद चाचा इमरान मसूद

Saharanpur Politics

सहारनपुर : लोकसभा सत्र खत्म होने के बाद सहारनपुर लोकसभा से सांसद इमरान मसूद सहारनपुर पहुंचे और इमरान मसूद का भव्य स्वागत किया गया। स्वागत के बाद इमरान मसूद मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों ने पहला सवाल भतीजे हमजा मसूद के संविधान का मजाक उड़ाने पर कर दिया सवाल सुनते ही सांसद भड़क गए और उल्टा पत्रकारों को ही खरी -खोटी सुना दी। और कहा कि वीडियो में कहां से संविधान का माखोल उड़ाया गया इसके अलावा बहुत विषय है संविधान हमारे लिए ग्रन्थ है और हम संविधान का सम्मान करते हैं। आप मुझसे ऐसा कोई भी सवाल ना करें।

Saharanpur Politics

इमरान मसूद यही नहीं रुक इमरान मसूद में सरकार के ऊपर भी सवाल खड़े कर दिए जब इमरान मसूर से सवाल किया गया कि चंद्रशेखर नगीना से जो सांसद हैं वह कहते हैं कि मुसलमान को सड़क पर नमाज पढ़ने से रोका जाता है तो इमरान मसूद बोले यह सरकार है जो हमारे साथ हो रहा है और हमारे लोगों के साथ हो रहा है यह है सबको पता है अगर सरकार ने सड़क पर नमाज पढ़ने से मना कर दिया है तो आप सड़क पर नवाज नहीं पढ़ सकते, अल्लाह सड़क पर आपकी नमाज़ कबूल नहीं करेगा क्योंकि सड़क की मालिक सरकार है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नवनिर्वाचित सांसद इमरान मसूद ने कहा कि आपसी सौहार्द को मजबूत बनाना व क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कराना ही उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर मे जाम से निजात दिलाने के लिए एलिवेटिड रोड बनवाने के साथ काष्ठ कला हौजरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने हाथरस की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतकों व घायलों के परिजनों को बढ़ाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।

ये भी पढ़िए …  17 साल बाद जीते इमरान मसूद, खत्म किया 40 साल से पड़ा कांग्रेस का सूखा 

पूर्व जिलाध्यक्ष एवं पीसीसी मेंबर जावेद साबरी के आवास पर सांसद इमरान मसूद पहुंचे। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रैंस में कहा कि लोकसभा में पहले ही दिन से उन्होंने सहारनपुर की जनता की आवाज उठाने का का काम किया। क्षेत्र के विकास के साथ आपसी सौहार्द रखना उनका लक्ष्य है। बिना किसी भेदभाव के वह क्षेत्र के लोगों की खिदमत करने का काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि  शहर की जनता को जाम से निजात दिलाने के लिए उन्होंने ऐलिवेटिड रोड बनाने को लेकर केंद्रीय मंत्री से मिले। उन्होंने बताया कि ये योजना 2016 मे आई थी। उसी समय इस योजना पर पर काम होना था, जो स्टेट हाइवे बन गया है। अब राज्य सरकार से एनओसी की जरूरत है। मसूद भाजपा नगर विधायक राजीव गुंबर से भी एनओसी दिलाने को लेकर मिले। जिससे जनहित के मुद्दों पर मिल जुलकर काम करके समस्याओं का समाधान कराया जा सके।

मसूद ने कहा कि उन्होंने अधूरे पडे़ दिल्ली यमुनोत्री हाइवे को लेकर लिंक रोड बनाकर सिद्वपीठ मां शाकंभरी देवी को भी जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। जिससे मां शाकंभरी देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि सहारनपुर में स्वास्थ्य का मुद्दा उनके लिए अहम है। स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर अस्पताल में 8 सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक बनवाने का काम किया जाएगा। उसके बाद सहारनपुर के 95% मरीज बाहर जाने बंद हो जाएंगे। सहारनपुर में ही सभी सुविधा मिल सकेगी।

ये भी पढ़िए …  प्राण प्रतिष्ठा पर बोले इमरान मसूद, “राम हमारे आराध्य, हम राम वंशज”

सांसद इमरान मसूद ने कहा कि सहारनपुर में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य मंत्री से भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि जिले में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे। सहारनपुर के काष्ठ कला उद्योग 1500 करोड से घटकर 800 करोड पर आ गया है। जो चिंता का विषय है। काष्ठ कला उद्योग के विकास के लिए दस्तकार व मजदूरों का पलायन रोकने का काम किया जाएगा। हौजरी उद्योग के लिए नए कलस्टर का निर्माण कराया जाएगा।

इमरान मसूद ने कहा कि सहारनपुर से देहरादून के लिए सीधी रेलवे लाइन के लिए केंद्रीय रेलमंत्री ने आश्वासन दिया था। उनका प्रयास रहेगा कि उनके कार्य काल में ही इस परियोजना को पूरा किया जा सके। उन्होंने हाथरस की घटना को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए मृतकों के परिजनों व घायलों को सरकार से बढ़ाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।

ये भी पढ़िए …  11 दिन के अनुष्ठान कर रहे PM मोदी, बोले- अपनी भावनाओं को शब्दों में कहना मुश्किल

उन्होंने कहा कि कुप्रबंधन की वजह से ये हादसा हुआ है। दोषियों का पता लगाना सरकार का काम है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की समस्या के सवाल पर कहा कि पावधोई व ढमोला नदी का पानी जब हिंडन नदी में गिरता है। तब ओवरफ्लो होने की वजह से पानी बैंक मारता है। सहारनपुर को बाढ़ का सामना करना पड़ता है। इसके लिए विशेषज्ञों से राय ली जाएगी।

मदरसों को बंद किए जाने संबंधी सवाल पर मसूद ने कहा कि इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया था। एएमयू जैसे 45 संस्थानों में शिक्षकों की कमी होने से वो बंद होने के कगार पर है। शिक्षा का बजट लगातार घट रहा है, जबकि इसे बढ़ाना चाहिए था। सहारनपुर में मां शाकंभरी विश्वविद्यालय में चार साल में भी विधिवत सत्र संचालित नहीं हो पाया है। उन्होंने घोषणा की कि गरीबों व मजलूमों की आवाज को संसद मे उठाने का काम किया जाएगा।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया News 14 Today के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...

Related posts