Ram Temple Consecration Ceremony : प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले मूर्तिकार योगीराज, “दुनिया का सबसे भाग्यशाली हूँ मैं”
Published By Anil Katariya
Ram Temple Consecration Ceremony : सोमवार को अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा धूम धाम से हुई है। देश के प्रधान मंत्री मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान के रूप में रहे हैं। जहां दुल्हन की तरह सजी अयोध्या करोड़ों राम भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है वहीं गर्भगृह में विराजमान हुई भगवान श्रीराम की मूर्ति ने सबका मन मोह लिया है। हर कोई प्रभु श्रीराम की झलक पाने आतुर था। जिसका श्रेय मूर्तिकार अरुण योगीराज को जाता है। अरुण योगीराज मैसूर के प्रसिद्ध मूर्तिकारों की पांच पीढ़ियों के वंश से आने वाले एक प्रतिष्ठित मूर्तिकार हैं।
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आपको बता दें 22 जनवरी 2024 का दिन इतिहास के पन्नो पर स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। करीब 500 साल बाद प्रभु श्रीराम को उनका घर जो मिल गया है। पीएम मोदी ने पूजा अर्चना के बाद प्रभु श्रीराम के बाल रूप की प्राण प्रतिष्ठा की है। इस अवसर पर प्रभु रामलला की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज भी अयोध्या पहुंचे। जहां अरुण योगीराज नवनिर्मित राम मंदिर के अभिषेक या प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत की। मंदिर समिति की ओर से अरुण को विशेष निमंत्रण दिया गया था। Ram Temple Consecration Ceremony
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इस दौरान मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कहा कि वह खुद को “इस समय पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति” मानते हैं। अरुण योगीराज ने कहा कि “मुझे लगता है कि अब मैं इस धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं। मेरे पूर्वजों, परिवार के सदस्यों और भगवान राम लला का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं सपनों की दुनिया में हूं।” Ram Temple Consecration Ceremony
भगवान राम के बचपन के रूप की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों, विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों और प्रमुख हस्तियों सहित सभी क्षेत्रों के लोग शामिल रहे। राम मंदिर प्रांगण में आयोजित भव्य समारोह की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की। लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में विद्वान पुजारियों की एक टीम मुख्य अनुष्ठान किया। पिछले सप्ताह अयोध्या में मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति रखी गई थी। घूंघट से ढकी हुई मूर्ति की पहली तस्वीर गर्भगृह में स्थापना समारोह के दौरान सामने आई थी। Ram Temple Consecration Ceremony
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