प्रयागराज : भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनोज पासी ने झूंसी थानेदार व अन्य पुलिसकर्मियों पर थाने में बंद कर पीटने का आरोप लगाया। मामला बढ़ने पर भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। घटना के बाद चमनगंज चौकी प्रभारी संतोष कुमार सिंह, इंस्पेक्टर शिवराम यादव, जग नारायण व हेड कांस्टेबल पारस यादव को निलंबित कर दिया गया है। झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए गए हैं।

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनोज पासी ने झूंसी थानेदार व अन्य पुलिसकर्मियों पर थाने में बंद कर पीटने का आरोप लगाया। मामला बढ़ने पर भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। रात में महापौर, दो विधायक, एमएलसी व जिला अध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने झूंसी थाने का घेराव कर दिया। डीसीपी अभिषेक भारती ने बताया कि घटना के बाद तथ्यों के आधार पर चमनगंज चौकी प्रभारी संतोष कुमार सिंह, दरोगा शिवराम यादव, जग नारायण और हेड कांस्टेबल पारस यादव को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
सूचना पर एसीपी विमल किशोर मिश्रा मौके पर पहुंचे तो सभी ने उनसे बात करने से मना कर दिया। फिर डीसीपी नगर अभिषेक भारती झूंसी थाने पहुंचे। देर रात तक पुलिस अफसरों और भाजपाइयों के बीच वार्ता चलती रही। कोई नतीजा नहीं निकल सका। भाजपाई झूंसी थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग कर रहे थे। यमुनापार के पूर्व जिला अध्यक्ष विभवनाथ भारती ने बताया कि बुधवार को झूंसी थाने की पुलिस प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनोज पासी के भाई की दीवार का निर्माण रोकने गई थी। इस पर मनोज पासी और उनके भाई के साथ गाली-गलौज की गई।

कुछ देर बाद मनोज पासी गाली-गलौज की जानकारी लेने झूंसी थाने गया तो उसने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर लात-घूंसों से उसकी पिटाई कर दी।पुलिस ने भाजपा नेता को इतनी बेरहमी से पिटाई कर दी कि वह बेहोश हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बाद में मनोज पासी ने एक वीडियो के जरिए अपनी कहानी बताई। वीडियो में बताया गया कि उनके बाल खींचकर उनकी पिटाई की गई। वीडियो वायरल होते ही भाजपाइयों को जानकारी मिली और हड़कंप मच गया।
रात आठ बजे मेयर गणेश केसरवानी, फूलपुर विधायक दीपक पटेल, उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, गंगापार अध्यक्ष कविता पटेल, पूर्व एमएलसी निर्मला पासवान समेत सैकड़ों कार्यकर्ता झूंसी थाने पहुंच गए। एसीपी विमल किशोर मिश्रा थाने पहुंचे तो मेयर और विधायकों ने उनसे बात करने से मना कर दिया। इसके बाद डीसीपी नगर अभिषेक भारती झूंसी थाने पहुंचे। भाजपाई झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग कर रहे थे।
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