मेरठ : जमीनी विवाद के चलते किसानों ने मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह किसानों से तेल की कैन छीनी और उन्हें समझाने का प्रयास किया। सिविल लाइन थाना पुलिस ने किसानों को समझाकर मामला शांत कराया और ज्ञापन लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
किसान नेता नरेंद्र कुमार का कहना है कि हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के वर्तमान ग्राम प्रधान महेंद्र पुत्र दौलत राम और उसके अन्य भाईयों व साथियों ने अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। इस कब्जे को मुक्त कराने के लिए किसान लगातार आवाज उठा रहे हैं।
किसानों ने बताया कि एसपी थाना प्रभारी, तहसीलदार, एसडीएम, कमिश्नर, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, एससी/एसटी आयोग हर जगह शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बुधवार को किसान मेरठ के कमिश्नरी गेट के सामने पहुंचे और आरोप लगाया कि मुकेश गौड़ ने 2000 बीघा की यह जमीन ठेके पर दे रखी है। आज तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसको देखते हुए किसानों ने कमिश्नरी चौराहे पर खुद पर तेल छिड़ककर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस दौरान वहां मौजूद सिविल लाइन थाना पुलिस ने किसानों से तेल की केन छीनकर उनकी जान बचाई और उन्हें समझाने का प्रयास किया। काफी देर बाद किसानों को शांत कराकर वापस भेजा गया। सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी का कहना है कि किसानों से शिकायती पत्र लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।