Himachal Pradesh News : हिमाचल प्रदेश के 6 कांग्रेस विधायक अयोग्य घोषित, दल-बदल विरोधी कानून के तहत हुई कार्यवाई
Published By Anil Katariya
Himachal Pradesh News : हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बजट पेश करने और राज्यसभा चुनाव के बाद वहां की राजनीती में हल चल मची हुई है। दलबदल कानून के तहत कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को न सिर्फ अयोग्य घोषित किया गया है बल्कि उनकी विधायकी खत्म कर दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सभी विधयाकों के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि विधान सभा अध्यक्ष ने यह कार्यवाई संसदीय कार्य मंत्री द्वारा दल-बदल कानून के तहत दायर की याचिका के आधार पर की है।
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आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पास बहुमत था। बावजूद इसके राज्यसभा की सीट भाजपा की झोली में चली गई। जिससे हिमाचल प्रदेश की सियासत में घमासान मचा हुआ है। दल-बदल कानून के तहत कांग्रेस के बागी विधायकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। कांग्रेस के छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। गुरूवार को विधान सभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के बागी विधायकों के भविष्य पर फैसला सुना दिया है।
दरअसल, कांग्रेस विधायक और संसदीय कार्य मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने दल-बदल विरोधी कानून के तहत कांग्रेस के 6 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए एक याचिका दायर की थी। विधान सभा स्पीकर ने बुधवार को दोनों पक्षों की सुनवाई कर फैसले को सुरक्षित रखा था। विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया गुरूवार को विधायकों के भविष्य पर अपना फैसला सुनाया है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि दलबदल विरोधी कानून के तहत छह विधायकों के खिलाफ मुझे याचिका प्राप्त हुई थी। जिसके चलते कांग्रेस विधायकों के खिलाफ यह कार्यवाई की गई है।
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उन्होंने कहा कि “कांग्रेस के जिन 6 विधायकों ने विधानसभा चुनाव कांग्रेस से लड़ा और दलबदल विरोधी कानून के तहत उनके खिलाफ याचिका पर सुनवाई की गई। दोनों पक्षों की सुनवाई के मैंने अपने 30 पेज के आदेश में काफी विस्तार से इसकी जानकारी दी है। मैंने उन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है, अब वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं है।”
कांग्रेस के बागी हो चुके इन सभी 6 विधायकों पर आरोप लगा है कि इन विधायकों ने भाजपा के राज्यसभा प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग की है। इतना ही नहीं जब विधानसभा में बजट पारित किया जा रहा था उस वक्त व्हिप जारी होने के बावजूद ये सभी विधायक सदन से गैर हाजिर रहे। जिनमें कांग्रेस विधायकों में राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, देवेंद्र कुमार भुट्टो, इंद्रदत्त लखनपाल और चैतन्य शर्मा के नाम शामिल हैं।
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