जम्मू-कश्मीर : मंगलवार रात से जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना की भीषण गोलाबारी में अब तक 15 निर्दोष नागरिकों की जान जा चुकी है, जबकि 43 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने जानबूझकर सीमा पर रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जिससे गांवों में दहशत फैल गई और कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
हाल ही में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POJK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। इसके बावजूद पाकिस्तान ने बुधवार को फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और आम लोगों को निशाना बनाया। गोलाबारी की चपेट में आए कई घरों की खिड़कियां टूट गईं और दीवारों में दरारें आ गईं। जान-माल के नुकसान के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सीमा सड़क संगठन (BRO) की 50 परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने साहस, सतर्कता और मानवता का परिचय दिया। उन्होंने कहा, “हमारे बलों ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की और सुनिश्चित किया कि नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे।” उन्होंने सेना के साथ खड़े होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद दिया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने एक नया इतिहास रच दिया है।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पहलगाम में हुआ हमला क्रूर था, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश को नजदीक से सिर में गोली मारी गई। इस हमले का उद्देश्य कश्मीर में सामान्य स्थिति की वापसी को बाधित करना था। “हमारे पास खुफिया जानकारी थी कि भारत पर और हमले हो सकते हैं। इसलिए हमने आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए यह कार्रवाई की,”
पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी ने पुंछ में श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब को भी निशाना बनाया, जिसमें तीन सिख श्रद्धालु – भाई अमरीक सिंह (रग्गी), भाई अमरजीत सिंह और भाई रंजीत सिंह मारे गए। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा, “यह हमला मानवता के खिलाफ है। हम शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं और सरकार से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग करते हैं।” पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी घटना की निंदा की और कहा कि गुरुद्वारा जैसे पवित्र स्थानों को निशाना बनाना निंदनीय है और यह आम लोगों पर सीधा हमला है।