Dehradun News : देहरादून के नामचीन बिल्डर सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा ने आठवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले बिल्डर ने सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें बिल्डर ने अपनी मौत का जिम्मेदार सहारनपुर निवासी NRI अजय गुप्ता और बहनोई अनिल गुप्ता को बताया है। सुसाइड नोट के आधार पर मृतक बिल्डर के बेटे ने गुप्ता बन्दुओं के खिलाफ थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद देहरादून पुलिस ने बिना देरी किये NRI अजय गुप्ता समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। थाने के लॉकअप में बंद अजय गुप्ता और रिश्तेदार अनिल गुप्ता की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रही है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को देहरादून के नामचीन बिल्डरों में शामिल सत्येंद्र साहनी ने पैसेफिक मॉल की आठवीं मंजिल से छलांग लगा दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सुचना मिलते ही आनन फानन में मौके पर पहुंची पहुंची ने परिजनों की मदद से घायल बिल्डर को मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। बिल्डर की मौत के बाद जहां परिजनों में कोहराम मच गया वहीं बिल्डर के पास से मिले सुसाइड नोट से पुलिस महकमें के होश उड़ गए। सुसाइड नोट में आत्महत्या का जिम्मेदार साउथ अफ्रिका में NRI गुप्ता बन्दुओं को बताया गया और गुप्ता बन्दुओं पर गंभीर आरोप लगाए गए। Dehradun News
बिल्डर की मौत के बाद बेटे रणवीर का आरोप है कि सहारनपुर के रहने वाले एनआरआई अजय गुप्ता और उनके रिश्तेदार अनिल गुप्ता अनावश्यक दबाव बना रहे थे। ऊनि ओर से लगातार पैसों की मांग की जा रही थी। रणवीर का आरोप यह भी है कि अजय गुप्ता उनकी कम्पनी पर कब्जा करना चाहते हैं। लेकिन उसके पापा गुप्ता बन्दुओं को अपनी कम्पनी देना नहीं चाहते थे। जिसके चलते वे इस कदर तनाव में आ गए कि उन्होंने आत्महत्या करने जैसा घातक कदम उठाना पड़ा। सतेंद्र साहनी के बेटे ने थाने में तहरीर देकर अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धारा 306 के के तहत मुकदमा दर्ज कर एनआरआई अजय गुप्ता और उनके रिश्तेदार अनिल को गिरफ्तार कर लिया। थाने के लॉकअप में बंद अजय और अनिल की एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। Dehradun News
बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इस नोट में उन्होंने लिखा है कि “अजय गुप्ता और अऩिल गुप्ता पर उन पर लगातार दबाव बना रहे थे। सहारनपुर में उनके खिलाफ एक झूठा मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। इतना ही नहीं उनकी सारी कंपनियां अपने नाम कराने और दामाद को झूठे मामले में जेल भेजने की धमकी दे रहे थे।” इस प्रेशर को सतेंद्र कुमार झेल नहीं पाए और उन्होंने आत्महत्या कर ली। गुप्ता ब्रदर्स पर आरोप लगाया है कि कई प्रोजेक्ट को लेकर पापा की इनसे डील चल रही थी जिसमे ये लोग ज्यादा कमीशन मांगते थे और नही देने पर झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। बताया जा रहा है कि सतेंद्र सिंह साहनी ने कुछ दिन पहले पुलिस को गुप्ता ब्रदर्स को लेकर शिकायत भी की थी कि उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी जा रही है। Dehradun News