Caste Violence Unsuccessful : जिले को जातीय हिंसा में झोंकने की कोशिश नाकाम, हंगामे के बाद ग्रामीण उखाड़ ले विवादित बोर्ड 

Caste Violence Unsuccessful

Caste Violence Unsuccessful : जिले को जातीय हिंसा में झोंकने की कोशिश नाकाम, हंगामे के बाद ग्रामीण उखाड़ ले विवादित बोर्ड

Published By Roshan Lal Saini

Caste Violence Unsuccessful सहारनपुर : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में इन दिनों जहां जातियों के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है वहीं महापुरुषों के नाम के बोर्ड गांवों के बाहर लगा कर जातीय हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। ताज़ा मामला गांव रण्ड़ोल का है बीती रात गांव के बाहर महापुरुषों के नाम पर विवादित बोर्ड लगाकर जातीय हिंसा को तूल देने का प्रयास किया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आनन में मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन ने सोमवार को विवादित बोर्ड को हटवा कर हिंसा की साजिश को नाकाम कर दिया। कुछ शरारती तत्वों ने जिले का माहौल खराब करने के लिए रात के अँधेरे में विवादित बोर्ड लगा दिया था। बोर्ड पर इलाके को राजपुताना गढ़ बताया गया था। जिसको लेकर गांव में रह रहे दूसरी बिरादरियों के लोगों ने इसको विरोध किया और प्रशासन से बोर्ड हटवाने की मांग की थी।

Caste Violence Unsuccessful

Caste Violence Unsuccessful: आपको बता दें कि जनपद सहारनपुर में इन दिनों गांवो के बाहर महापुरुषों और जातियों के नाम के बोर्ड लगाने का प्रचलन जोर पकड़ता जा रहा है। कहीं गुर्जर समाज राजा मिहिर भोज की फोटो के साथ गुर्जर गढ़ बता रहा है तो कहीं राजपूत समाज के द्वारा राजपुताना गढ़ लिख कर गांव के बाहर बड़े बड़े बोर्ड लगाए जा रहे हैं। रविवार की देर रात थाना बेहट इलाके के गांव रण्ड़ोल के बाहर राजपूत समाज के लोगों ने राजपुताना गढ़ लिख कर बड़ा बोर्ड लगा दिया। बोर्ड पर बाकायदा राजा मिहिर भोज प्रतिहार और महाराणा प्रताप की फोटो भी लगी थी। साधी भाषा में कहे तो रण्ड़ोल गांव को राजपूत शासित गांव बताने की कोशिश गई। सोमवार की सुबह अन्य ग्रामीणों ने गांव के बाहर लगे विवादित बोर्ड को देखा तो ग्रामीणों में आक्रोश फ़ैल गया। Caste Violence Unsuccessful

Caste Violence Unsuccessful
जिसके बाद दलित और ओबीसी समाज के सकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए। जैसे जैसे दिन चढ़ता गया वैसे वैसे विरोध करने वालों की भीड़ बढ़ती चली गई। ग्रामीणों ने लामबंध होकर राजपूत समाज के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सुचना मिली तो जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस अधिकारीयों ने हंगामा कर रहे ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण गांव के बाहर लगे विवादित बोर्ड को हटवाने की मांग पर अड़े रहे। जब पुलिस ने बोर्ड के खुलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तो गुस्साए ग्रामीण खुद ही विवादित बोर्ड को उखाड़ कर ले गए। Caste Violence Unsuccessful
Caste Violence Unsuccessful
ग्रामीणों का कहना है कि गांव रण्ड़ोल में सभी बिरादरियों यानि जातियों के लोग रहते हैं। लेकिन एक जाति विशेष के कुछ लोगों ने अपनी दंबगता दिखाने के लिए गांव के बाहर रात को यह विवादित बोर्ड को लगा दिया था। जिससे अन्य समाज के लोगों में भारी रोष व्याप्त हो गया। गांव के बाहर इस तरीके से एक समाज का बोर्ड लगाना सही नहीं है। वही कुछ लोगों का कहना है कि दो समाजों को आपस में भिड़ाने के लिए कुछ लोगों के द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया। हालांकि गांव में फिलहाल शांति व्यवस्था बनी हुई है जबकि पुलिस बल मौके पर डेरा डाले हुए है। Caste Violence Unsuccessful
आपको बताते चलते कि जनपद सहारनपुर में पहले कई बार जातीय हिंसाए हो चुकी हैं। चाहे 2017 में भीम आर्मी और राजपूत समाज के बीच हुई हिंसा हो या फिर राजा मिहिर भोज पर पर हक़ जताने को लेकर हुई राजपूत-गुर्जर समाज के बीच हुआ बवाल हो। इसके बाद जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। कहीं भी किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाहता। यही वजह है कि सोमवार को दबंगो द्वारा जातीय हिंसा की कोशिश को नाकाम कर दिया। जिसके बाद जिला प्रशासन के साथ पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। Caste Violence Unsuccessful
नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया News 14 Today के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें...

Related posts